हल्द्वानीः लालकुआं में आईटीबीपी भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने पहुंचे सूरज की हत्या की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया है. शव मिलने के तीन दिन बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है. इसी कड़ी में डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने घटनास्थल का दौरा कर बारीकी से निरीक्षण किया. उन्होंने जल्द मामले के खुलासा का दावा किया है.
गौर हो कि बीते 16 अगस्त को नानकमत्ता निवासी सूरज सक्सेना (24) लालकुआं स्थित आईटीबीपी परिसर में पैरामिलिट्री फोर्स में भर्ती के लिए आया था. वो भर्ती क्वालीफाई भी कर चुका था. बताया जा रहा है कि किसी बात को लेकर आईटीबीपी के जवानों के साथ उसका विवाद हो गया था. आरोप है कि जवानों ने उसके साथ मारपीट की थी, जिसके बाद सूरज सक्सेना अचानक लापता हो गया था.
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सूरज के लापता होने के बाद परिजनों ने उसकी काफी तलाश की. 18 अगस्त को तलाशी के दौरान सूरज का शव आईटीबीपी परिसर की झाड़ियों से संदिग्ध परिस्थितियों में बरामद हुआ. जिसपर परिजनों ने आईटीबीपी के जवानों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. उधर, इस हत्याकांड को लेकर लालकुआं से लेकर नानकमत्ता तक जमकर बवाल हुआ, लेकिन पुलिस मामला का खुलासा नहीं कर पाई है.
वहीं, हत्याकांड के तीन दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस हत्यारों तक नहीं पहुंच पाई है. इसी कड़ी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के बाद मंगलवार को डीआईजी कुमाऊं जगतराम जोशी ने आईटीबीपी कैंप परिसर पहुंच घटनास्थल का मुआयना किया. डीआईजी जोशी ने बताया कि पुलिस अधिकारियों को मामले की जांच के बाद आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा कि, सूरज की हत्या हुई है या कोई अन्य वजह है. ऐसे में आईटीबीपी के जवान दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें भी सजा दी जाएगी.