रामनगर: आज सुबह विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क का सबसे चर्चित ढिकाला जोन खोल दिया गया है. आज से अब पर्यटक इस जोन में डे विजिट के अलावा रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे. क्षेत्रीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट व कॉर्बेट के डायरेक्टर ने हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों के वाहनों को जोन में रवाना किया. वहीं 27 दिसंबर तक ढिकाला के सभी कक्ष पैक हैं. पार्क प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
बता दें कि आज कॉर्बेट नेशनल पार्क के पर्यटकों का सबसे चर्चित ढिकाला जोन पर्यटकों के लिए मॉनसून सत्र के बाद खोल दिया गया है. आज से ही अब पर्यटक इस जोन में डे विजिट के अलावा रात्रि विश्राम भी कर सकेंगे. इसके साथ ही ढिकाला जोन के अलावा बिजरानी जोन,ढेला,झिरना जोन में भी रात्रि विश्राम की सुविधा शुरू हो गई है. स्थानीय विधायक दीवान सिंह बिष्ट व पार्क डायरेक्टर डॉ. धीरज पांडे ने रिबन काटकर व हरी झंडी दिखाकर पर्यटकों के वाहनों को ढिकाला जोन को रवाना किया. पहले दिन कैंटर एवं जिप्सी वाहनों से पर्यटक इस जोन के भ्रमण के लिए रवाना हुए. बता दें कि ढिकाला जोन में 4 वाहन 16 पर्यटकों को लेकर सुबह की पाली में और 4 वाहन 16 पर्यटकों को शाम की पाली में सफारी में लेकर जाते हैं.
वहीं ढिकाला के अंदर अलग अलग रेंजों में रात्रि विश्राम पर जाने वाले पर्यटक जिप्सियों के जरिये ढिकाला जोन में सफारी पर जाते हैं. वहीं मानसून के बाद पहली बार ढिकाला जोन में जा रहे पर्यटक काफी उत्साहित दिखे. वहीं लंदन से आये पर्यटक स्टीफन ने कहा कि वह बहुत उत्साहित हैं. वो यहां के वनों और वन्यजीवों के दीदार के लिए एक्साइटेड हैं. वहीं वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर अर्चना सिंह ने कहा कि वह पार्क की जैव विविधता देखने के लिए उत्साहित हैं. कहा कि वह हर वर्ष कॉर्बेट पार्क में वनों और वन्यजीवों के दीदार के लिए पहुंचती हैं.वहीं अन्य पर्यटक भी ढिकाला जोन में घूमने के लिए काफी उत्साहित दिखाई दिए.
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गौर हो कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं. बरसात के दौरान हर साल 15 जून को पर्यटकों की सुरक्षा के चलते ढिकाला जोन बंद कर दिया जाता है, जिसके बाद 15 नवंबर को इसे खोला जाता है.ढिकाला जोन दुनिया भर में अपनी वाइल्ड लाइफ के लिए मशहूर है. वैसे तो कॉर्बेट के और भी जोन हैं. लेकिन ढिकाला बहुत ही घना जंगल है और यहां पर सफारी करते वक्त कब आपका सामना टाइगर से हो जाए, कोई नहीं बता सकता. सफारी के दौरान ढिकाला जोन में सबसे ज्यादा जानवरों का साइट सीन होता है. घना जंगल होने के कारण जानवरों की संख्या ज्यादा है. वहीं पार्क निदेशक ने बताया कि पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखने के साथ ही वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर भी कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं.उन्होंने बताया कि पार्क के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.