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हल्द्वानी में धनतरेस पर बाजारों में बढ़ी रौनक, महंगाई का भी दिख रहा असर - inflation effect on dhanteras in haldwani

धनतेरस के मौके पर बाजारों में रौनक तो दिख रही है, लेकिन महंगाई ने ग्राहकों के हाथ बांध दिए हैं. धनतेरस पर सोने-चांदी के गहने खरीदना शुभ माना जाता है, लेकिन यहां लोग सोच-समझकर पैसे खर्च कर रहे हैं.

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Published : Nov 2, 2021, 3:26 PM IST

Updated : Nov 2, 2021, 3:55 PM IST

हल्द्वानीः आज पूरे देशभर में धनतेरस (Dhanteras) की धूम है. बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है. लोग खरीदारी के लिए बाजार पहुंच रहे हैं. कुमाऊं के सबसे बड़े मार्केट हल्द्वानी की बात करें तो यहां बाजार में अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है. हालांकि, ज्वेलरी शॉप में ग्राहक कम नजर आ रहे हैं. वहीं, महंगाई का असर भी लोगों की जेब पर पड़ा है.

बता दें कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस मनाई जाती है. इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा करने का विशेष महत्व है. हिंदू मान्यता के अनुसार धनतेरस खरीददारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ धन के देवता कुबेर, भगवान धनवंतरी और यम देवता यमराज की पूजा की जाती है. धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी की पूजा करके घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. साथ ही यमराज की पूजा करने से अकाल मृत्यु, भय सहित रोगों से मुक्ति मिलती है.

धनतरेस पर महंगाई का असर.

ये भी पढ़ेंः इस धनतेरस पर होगी धनवर्षा, जानिए खरीदारी के शुभ-मुहूर्त, राशि के अनुसार करें खरीदारी

ज्वेलरी के साथ बर्तन और झाड़ू की खरीदारी शुभः धनतेरस के मौके पर सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि इस दिन गहने खरीदने से लक्ष्मी की कृपा बरसती है. इसके अलावा बर्तन खासतौर पर चांदी और पीतल के बर्तन आदि भी खरीदे जाते हैं. साथ ही झाड़ू खरीदने की परंपरा है. इसके पीछे मान्यता है कि झाड़ू मां लक्ष्मी को बहुत ही प्रिय होती है. धनतेरस और दिवाली पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है. इससे माता प्रसन्न होती हैं और घर से सारी नकारात्मकता दूर भाग जाती है. इस कारण से हर साल धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की प्रथा है.

ये भी पढ़ेंः धनतेरस पर गहने खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान, आपके हाथ लगेगा 'खरा' सोना

बढ़ती महंगाई का भी बाजार पर असरः धनतेरस दिवाली के पहले दिन का त्योहार है. धनतेरस के बाद नरक चतुर्दशी जिसे रूप चौदस भी कहा जाता है, उसे मनाया जाता है. इसके बाद दिवाली फिर चौथे दिन गोवर्धन पूजा और आखिरी में भाई दूज का पर्व आता है. ऐसे में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है. धनतेरस के मौके पर बाजारों में चहल-पहल बढ़ी है, लेकिन महंगाई का असर भी साफ नजर आ रहा है. ग्राहकों की मानें तो लगातार बढ़ती महंगाई के चलते जिस चीज को वो लेना चाहते हैं, वो उसकी पहुंच से काफी दूर हो गई है.

दीपावली तक का दिन बाजार के लिए अहमः व्यापारियों के मुताबिक, धनतेरस से लेकर दीपावली तक का दिन बाजार के लिए काफी अहम है. क्योंकि, बाजार का दिन आज से शुरू हुआ है और अब देखना यह है कि दीपावली तक किस तरह की खरीदारी बाजार में होती है. ज्वेलर्स का कहना है कि कोरोना के चलते बीते 2 साल से मार्केट उठ नहीं पाई है. आपदा की मार ने भी मार्केट को खासा प्रभावित किया है, लेकिन उम्मीद है कि दीपावली तक बाजार अच्छा रहे. बता दें कि हल्द्वानी कुमाऊं का प्रमुख बाजार है. पहाड़ के बाजारों तक सामान भी हल्द्वानी से जाता है. लिहाजा, व्यापारियों को दीपावली के दिन तक की खरीदारी का इंतजार है.

हल्द्वानीः आज पूरे देशभर में धनतेरस (Dhanteras) की धूम है. बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है. लोग खरीदारी के लिए बाजार पहुंच रहे हैं. कुमाऊं के सबसे बड़े मार्केट हल्द्वानी की बात करें तो यहां बाजार में अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है. हालांकि, ज्वेलरी शॉप में ग्राहक कम नजर आ रहे हैं. वहीं, महंगाई का असर भी लोगों की जेब पर पड़ा है.

बता दें कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन धनतेरस मनाई जाती है. इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा करने का विशेष महत्व है. हिंदू मान्यता के अनुसार धनतेरस खरीददारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है. इस दिन मां लक्ष्मी के साथ-साथ धन के देवता कुबेर, भगवान धनवंतरी और यम देवता यमराज की पूजा की जाती है. धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी की पूजा करके घर में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. साथ ही यमराज की पूजा करने से अकाल मृत्यु, भय सहित रोगों से मुक्ति मिलती है.

धनतरेस पर महंगाई का असर.

ये भी पढ़ेंः इस धनतेरस पर होगी धनवर्षा, जानिए खरीदारी के शुभ-मुहूर्त, राशि के अनुसार करें खरीदारी

ज्वेलरी के साथ बर्तन और झाड़ू की खरीदारी शुभः धनतेरस के मौके पर सोने-चांदी के आभूषण खरीदना शुभ माना जाता है. माना जाता है कि इस दिन गहने खरीदने से लक्ष्मी की कृपा बरसती है. इसके अलावा बर्तन खासतौर पर चांदी और पीतल के बर्तन आदि भी खरीदे जाते हैं. साथ ही झाड़ू खरीदने की परंपरा है. इसके पीछे मान्यता है कि झाड़ू मां लक्ष्मी को बहुत ही प्रिय होती है. धनतेरस और दिवाली पर मां लक्ष्मी का आगमन होता है. इससे माता प्रसन्न होती हैं और घर से सारी नकारात्मकता दूर भाग जाती है. इस कारण से हर साल धनतेरस पर झाड़ू खरीदने की प्रथा है.

ये भी पढ़ेंः धनतेरस पर गहने खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान, आपके हाथ लगेगा 'खरा' सोना

बढ़ती महंगाई का भी बाजार पर असरः धनतेरस दिवाली के पहले दिन का त्योहार है. धनतेरस के बाद नरक चतुर्दशी जिसे रूप चौदस भी कहा जाता है, उसे मनाया जाता है. इसके बाद दिवाली फिर चौथे दिन गोवर्धन पूजा और आखिरी में भाई दूज का पर्व आता है. ऐसे में त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है. धनतेरस के मौके पर बाजारों में चहल-पहल बढ़ी है, लेकिन महंगाई का असर भी साफ नजर आ रहा है. ग्राहकों की मानें तो लगातार बढ़ती महंगाई के चलते जिस चीज को वो लेना चाहते हैं, वो उसकी पहुंच से काफी दूर हो गई है.

दीपावली तक का दिन बाजार के लिए अहमः व्यापारियों के मुताबिक, धनतेरस से लेकर दीपावली तक का दिन बाजार के लिए काफी अहम है. क्योंकि, बाजार का दिन आज से शुरू हुआ है और अब देखना यह है कि दीपावली तक किस तरह की खरीदारी बाजार में होती है. ज्वेलर्स का कहना है कि कोरोना के चलते बीते 2 साल से मार्केट उठ नहीं पाई है. आपदा की मार ने भी मार्केट को खासा प्रभावित किया है, लेकिन उम्मीद है कि दीपावली तक बाजार अच्छा रहे. बता दें कि हल्द्वानी कुमाऊं का प्रमुख बाजार है. पहाड़ के बाजारों तक सामान भी हल्द्वानी से जाता है. लिहाजा, व्यापारियों को दीपावली के दिन तक की खरीदारी का इंतजार है.

Last Updated : Nov 2, 2021, 3:55 PM IST
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