हल्द्वानी: शहर में डेंगू ने महामारी का रूप ले चुका है. वहीं, यहां के सभी सरकारी और निजी अस्पताल डेंगू के मरीजों से पट गए हैं. अस्पताल प्रशासन को एक बेड पर दो-दो मरीजों को रखकर इलाज करना पड़ता है. ऐसे में जिला प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से फेल साबित हो रही हैं.
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हल्द्वानी शहर में डेंगू के कहर बना हुआ है. वहीं, वायरल हल्द्वानी शहर में पूरी तरह से पांव पसार चुका है. जिसके कारण सरकारी अस्पताल में जगह नहीं मिलने के कारण मरीज निजी अस्पतालों का रुख कर रहे हैं. ऐसे में जिला प्रशासन बढ़ते डेंगू के मरीजों को व्यवस्थाएं उपलब्ध कराने में नाकाम साबित हो रहा है.
बता दें कि शहर के सुशीला तिवारी अस्पताल और निजी अस्पताल मरीजों से फुल हो चुका है. स्थिति इतनी विकट है कि अस्पताल प्रशासन को एक ही बेड पर दो मरीजों को रखकर इलाज करना पड़ रहा है. आलम ये है कि सरकारी अस्पताल में बेड नहीं मिलने के चलते मरीज जमीन पर पसरे हुए हैं. लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग उन्हें इलाज मुहैया कराने के बजाय संसाधनों का रोना रो रहा है.
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जबकि, सुशीला तिवारी अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की बढ़ती संख्या देखते हुए सौ अतिरिक्त बेड भी लगाए गए है, लेकिन वो भी डेंगू पीड़ितों के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं. वहीं, इस मामले में जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया है कि डेंगू के मरीजों को लेकर स्वास्थ्य महकमे के साथ लगातार जिला प्रशासन मॉनिटरिंग कर रहा है. इसके अलावा डेंगू प्रभावित स्थानों को चिन्हित किया गया है. जहां जहां लगातार फॉगिंग और कीटनाशक दवाइयों की छिड़काव किया जा रहा है.