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करवा चौथ में दिखेगी ऐपण कला की झलक, मार्केट में सामान की बढ़ी मांग

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Published : Oct 3, 2021, 12:57 PM IST

Updated : Oct 3, 2021, 3:26 PM IST

रामनगर की में महिलाएं करवा चौथ व्रत में उपयोग आने वाले सामने को ऐपण कला से सजा रही हैं. जिसे महिलाओं द्वारा खासा पसंद किया जा रहा है.

ramnagar
करवाचौध के सामानों में दिखी ऐपण कला की झलक

रामनगर: उत्तराखंड की कला और संस्कृति लोगों को हमेशा ही अपनी ओर आकर्षित करती रही है. जो समय के साथ प्रदेश की पहचान बन चुकी हैं. इसी में से एक ऐपण कला भी है. समय के साथ जो अब रोजगार का साधन भी बनता जा रहा है. वहीं, रामनगर की में महिलाएं करवा चौथ व्रत में उपयोग आने वाले सामने को ऐपण कला से सजा रही हैं. जिसे महिलाओं द्वारा खासा पसंद किया जा रहा है.

बता दें कि उत्तराखंड की महिलाओं को आगे ले जाने के लिए उत्कृष्ट समूह क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहा है. अब ये समूह उत्तराखंड की संस्कृति को मैदानी क्षेत्रों में ले जाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. समूह की अध्यक्ष निकिता भट्ट ने कहा कि हमारे ऐसे कई त्योहार हैं ,जो त्योहार मैदानी क्षेत्रों में मनाए जाते हैं, लेकिन समय के साथ अब पर्वतीय क्षेत्रों में भी मनाया जाने लगा है.

करवा चौथ में दिखेगी ऐपण कला की झलक

पढ़ें-उत्तराखंड में स्कूल खुले तो छात्र हुए पढ़ाई में व्यस्त, नेता छात्रों पर राजनीति में मस्त !

उन्होंने कहा कि हम करवा चौथ में इस्तेमाल होने वाली छन्नी, करवा या अन्य सामग्री को ऐपण से सजा रहे हैं. जिससे उत्तराखंड की परंपरा को आगे बढ़ाया जा सके. साथ ही जो अब रोजगार का साधन भी बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी महिलाएं नवरात्रि पर्व को देखते हुए माता का पिछौड़ा भी ऐपण कला से तैयार कर रहे हैं. निकिता भट्ट ने कहा कि उनका उद्देश्य पहाड़ की संस्कृति को देश के अन्य हिस्सों में भी पहुंचाना है.

रामनगर: उत्तराखंड की कला और संस्कृति लोगों को हमेशा ही अपनी ओर आकर्षित करती रही है. जो समय के साथ प्रदेश की पहचान बन चुकी हैं. इसी में से एक ऐपण कला भी है. समय के साथ जो अब रोजगार का साधन भी बनता जा रहा है. वहीं, रामनगर की में महिलाएं करवा चौथ व्रत में उपयोग आने वाले सामने को ऐपण कला से सजा रही हैं. जिसे महिलाओं द्वारा खासा पसंद किया जा रहा है.

बता दें कि उत्तराखंड की महिलाओं को आगे ले जाने के लिए उत्कृष्ट समूह क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहा है. अब ये समूह उत्तराखंड की संस्कृति को मैदानी क्षेत्रों में ले जाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. समूह की अध्यक्ष निकिता भट्ट ने कहा कि हमारे ऐसे कई त्योहार हैं ,जो त्योहार मैदानी क्षेत्रों में मनाए जाते हैं, लेकिन समय के साथ अब पर्वतीय क्षेत्रों में भी मनाया जाने लगा है.

करवा चौथ में दिखेगी ऐपण कला की झलक

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उन्होंने कहा कि हम करवा चौथ में इस्तेमाल होने वाली छन्नी, करवा या अन्य सामग्री को ऐपण से सजा रहे हैं. जिससे उत्तराखंड की परंपरा को आगे बढ़ाया जा सके. साथ ही जो अब रोजगार का साधन भी बनता जा रहा है. उन्होंने कहा कि सभी महिलाएं नवरात्रि पर्व को देखते हुए माता का पिछौड़ा भी ऐपण कला से तैयार कर रहे हैं. निकिता भट्ट ने कहा कि उनका उद्देश्य पहाड़ की संस्कृति को देश के अन्य हिस्सों में भी पहुंचाना है.

Last Updated : Oct 3, 2021, 3:26 PM IST
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