हल्द्वानी: लोकसभा चुनाव का शंखनाद होते ही टिकट की हसरत पाले नेता अपने-अपने आकाओं के संपर्क में हैं. वहीं टिकट के लिए बीजेपी और कांग्रेस में कमोवेश एक जैसी स्थिति है. लेकिन पार्टी जिताऊ प्रत्याशियों पर दांव खेलने का सोच रही है. वहीं नवनियुक्त दायित्व से नवाजे गए नैनीताल सीट से पूर्व सांसद बलराज पासी को उम्मीद पाले हुए हैं कि हाईकमान उन पर विश्वास जताएगा और वे अपने को मजबूत कैंडिडेट बता रहे हैं.
गौरतलब है कि प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद पांडे के गुरू कहे जाने वाले पूर्व सांसद बलराज पासी पिछले कई सालों से नैनीताल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे हुए थे. लेकिन बीजेपी से कई दावेदार होने के चलते प्रदेश नेतृत्व ने बलराज पासी को 1 सप्ताह पूर्व ही कैबिनेट मंत्री के दर्जे से नवाजा है. जिससे अटकलें लगाए जाने लगी कि प्रदेश हाईकमान अब बलराज पासी को टिकट नहीं देगा. वहीं जिसके बाद बलराज पासी मायूस दिखाई दे रहे हैं.
बलराज पासी ने अभी तक अपना दायित्व को भी नहीं संभाला है. जिसे नाराजगी से देखा जा रहा है. वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है कि प्रदेश सरकार ने डैमेज कंट्रोल संभालने के लिए कुछ लोगों को दायित्व की जिम्मेदारी दी है. सूत्रों की मानें तो अरविंद पांडे बलराज पासी को टिकट दिलाने के लिए पूरी जुगत में लगे हुए हैं. वहीं दायित्व संभालने के मामले में बलराज पासी का कहना है कि कुछ तकनीकी खामियां हैं, जिसके चलते वह दायित्व का अभी निर्वहन नहीं करेंगे.
वहीं इस पूरे मामले में पूर्व सांसद बलराज पासी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि वह पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एनडी नारायण तिवारी को लोकसभा चुनाव में पटखानी दे चुके हैं. उन्होंने कहा कि वे 4 लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और पार्टी हाईकमान ने उन पर विश्वास जताना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर पार्टी हाईकमान उनको टिकट देती है तो वह चुनाव जीत कर दिखाएंगे.