हल्द्वानी: उधम सिंह नगर स्थित आंचल पशु आहार निर्माणशाला को पीपीपी मोड पर दिए जाने के लिए शासन ने मंजूरी दे दी थी, जिसको लेकर आंचल कर्मचारी संगठन और किसानों ने विरोध करना शुरू कर दिया था. जिसके बाद शासन ने पशु आहार निर्माणशाला को पीपीपी मोड पर दिए जाने के मामले को स्थगित कर दिया है. ईटीवी भारत से बात करते हुए डेयरी सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने इस बात की जानकारी दी है.
आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कैटल फीड प्लांट में 40% ही उत्पादन हो रहा था. ऐसे में उत्पादन बढ़ाने के लिए आंचल पशु आहार निर्माणशाला को पीपीपी मोड पर दिया जा रहा था. अब किसानों के विरोध को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया है.
पढ़ें- बागेश्वर में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विजय संकल्प यात्रा को दिखाई हरी झंडी
गौरतलब है कि उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन की एकमात्र आंचल पशु आहार निर्माणसाला को प्रदेश सरकार पीपीपी मोड पर देने जा रही थी. जिसको लेकर किसानों के साथ-साथ आंचल डेयरी से जुड़े कर्मचारियों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया था. जिसके बाद इस फैसले को स्थगित कर दिया गया है. उधम सिंह नगर रुद्रपुर स्थित आंचल पशु आहार निर्माणशाला में पशुओं और पक्षियों के लिए आहार तैयार किया जाता है. वर्तमान समय में प्लांट फायदे में चल रहा है. उसके बाद भी सरकार प्लांट को निजी हाथों में देने की तैयारी शुरू कर दी थी. जिसका विरोध किया गया.
पढ़ें- हरिद्वार सीट से BJP के कन्हैया ने पेश की दावेदारी, बिगड़ सकता है मदन कौशिक का समीकरण
यही नहीं आंचल डेयरी से जुड़े दूध उत्पादकों का दूध प्रोत्साहन मूल्य राशि को ₹4 से बढ़ाकर ₹5 प्रति लीटर कर दिया गया है, लेकिन शासनादेश जारी नहीं होने से दूध उत्पादक असमंजस की स्थिति है. ऐसे में डेयरी सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रोत्साहन राशि को ₹4 से बढ़ाकर ₹5 प्रति लीटर कर दिया है. इसका शासनादेश 10 दिन के भीतर कर दिया जाएगा. जिससे दूध उत्पादकों को फायदा मिल सकेगा.