हल्द्वानी: काफी उम्मीदों के साथ हल्द्वानी आयुर्वेदिक अस्पताल की नींव रखी गई थी और उसे जल्द पूरा करने का दम भरा गया था, लेकिन वो अबतक अधूरा पड़ा है. ये हाल तब है जब सरकार कार्यदायी संस्था को 90 फीसदी से अधिक पेमेंट कर चुकी है. बाजवूद इसके अस्पताल का निर्माण कार्य कछुआ चाल से चल रहा है.
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आयुर्वेदिक और योग समेत आयुष पद्धति से होने वाले अन्य इलाजों के लिए मरीजों को इधर-उधर न भटकना पड़े इसके लिए साल 2016 में कमिश्नर भवन के बगल में राज्य के सबसे बड़े आयुर्वेदिक अस्पताल की नींव रखी गई थी. 9 करोड़ 89 लाख रुपए की लागत से बनने वाले 50 बेड के इस आयुर्वेदिक अस्पताल के निर्माण का जिम्मा यूपी निर्माण निगम को दिया गया था.
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कार्यदायी संस्था को मार्च 2019 तक भवन का निर्माण कार्य पूरा करके संबंधित विभाग को हैंडओवर करना था, लेकिन बीते चार सालों से भवन का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है. इस बारे में जिला आयुर्वेदिक और यूनानी अधिकारी एमएस गुंज्याल ने कहा कि आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धा और नेचुरल के करीब 15 डॉक्टर इस अस्पताल में 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे. अस्पताल में आयुर्वेद विधि से ऑपरेशन भी किया जाएगा. रोजाना 1000 ओपीडी करने का लक्ष्य रखा गया है. इस मंशा के साथ इस अस्पताल का की शुरुवात मार्च माह में होनी थी, लेकिन कार्यदायी संस्था ने अभीतक निर्माण कार्य पूरा नहीं किया है. इस बार में उन्हें कई बार नोटिस भी दिया जा चुका है. ऐसे में आयुर्वेद विधि से इलाज के लिए लोगों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा.