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चुनाव 2022: हनुमान चालीसा पढ़कर होती है हरीश रावत की दिनचर्या शुरू, ऐसे मिटती है प्रचार की थकान

इन दिनों उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रचार चरम पर है. नेताओं की दिनचर्या प्रचार के कारण बहुत व्यस्त है. ऐसे में वो अपने रोजमर्रा के कार्यों को कैसे मैनेज कर रहे हैं, ईटीवी भारत ने इसके लिए उत्तराखंड के सबसे वरिष्ठ नेता और लालकुआं से कांग्रेस प्रत्याशी हरीश रावत से बात की.

Former CM Harish Rawat
पूर्व सीएम हरीश रावत का रूटीन.
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Published : Feb 10, 2022, 9:47 AM IST

Updated : Feb 10, 2022, 10:38 AM IST

हल्द्वानी: जंग का मैदान हो या चुनावी रणक्षेत्र, जीत आसान नहीं होती. विधानसभा चुनाव का डंका बजते ही जहां उम्मीदवारों की दिनचर्या में बदलाव आ गया है, वहीं प्रत्याशी बेहतर प्रचार कर अपने सिर जीत का सेहरा बांधना चाहते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में हरीश रावत को अपनी सीट बचाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश की सीटों को जिताने की जिम्मेदारी है. जिस कारण हरीश रावत की व्यस्तता बढ़ गई है. चुनावी भागदौड़ के बीच हरीश रावत की दिनचर्या कैसे गुजर रही है, आइए एक नजर डालते हैं.

मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने को सुबह से देर शाम तक चुनाव प्रचार में लगे नेताओं की दिनचर्या भी बदल गयी है. भीषण ठंड के बीच राज्य में चुनावी दौरे में लगभग सभी नेता सुबह से देर रात तक व्यस्त हैं. ऐसे में राजनीतिक गतिशीलता बनाये रखने को नेता लगातार डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं. पूर्व सीएम हरीश रावत विधानसभा चुनाव के मद्देनजर व्यस्त हो चुके हैं. ईटीवी भारत की टीम ने हरीश रावत की व्यस्तता के बारे में उनसे बात की.

हरीश रावत से खास बात

पढ़ें-कांग्रेस vs बीजेपी का घोषणा पत्र, किसके वादों पर जनता करेगी भरोसा ?

हरीश रावत की सुबह की शुरुआत: हरीश रावत लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के तीन पानी स्थित अपने मकान में रहते हैं. जहां से उनकी सभी चुनावी गतिविधियां संचालित हो रही हैं. हरीश रावत सुबह बिस्तर से उठने के बाद थोड़ी देर ध्यान और योग करते हैं. इसके बाद स्नान करके पूजा-पाठ कर अपने दिन की शुरुआत करते हैं. हरदा सुबह मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. साथ ही पुरोहित पाठ संपन्न कराता है.

Former CM Harish Rawat
हनुमान चालीसा का पाठ करते हरीश रावत.

सूप पीकर फिर लेते हैं हल्का भोजन: हरीश रावत की व्यस्तता इतनी रहती है कि उनके समर्थक सुबह से ही उनसे मिलने के लिए पहुंचने लगते हैं, जहां वो अन्य कामों के साथ-साथ समर्थकों और पार्टी के पदाधिकारियों से भी मुलाकात करते हैं. सुबह के नाश्ते की शुरुआत सूप पीकर करते हैं. थोड़ी देर बाद वह हल्का भोजन लेने के बाद अपने चुनाव प्रचार में निकल जाते हैं. व्यस्तता इतनी है कि हरीश रावत अपना सुबह का नाश्ता खड़े-खड़े करते हैं, जहां वह अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से संवाद करते दिखते हैं.

Former CM Harish Rawat
पंडित से पुष्प लेते हरीश रावत.

पढ़ें-सर्द मौसम में गर्म हुई प्रदेश की सियासी हवा, हरीश रावत के अनोखे अंदाज ने फिर बटोरी सुर्खियां

पूरे प्रदेश की प्रचार की जिम्मेदारी: हरीश रावत ने बताया कि उनको प्रदेश की सभी 70 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है, जहां उनको प्रचार भी करना है और वर्चुअल प्रचार भी तैयार करते हैं. जबकि अपनी लालकुआं विधानसभा सीट पर अधिक व्यस्तता है. रोजाना करीब 10 से 15 छोटी जनसभाओं के साथ लोगों के बीच जाकर जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं.

Former CM Harish Rawat
घर पर सूप पीते हरीश रावत

जनता के प्यार और आशीर्वाद से नहीं होती थकान महसूस: जनसंपर्क के बाद हरीश रावत 11बजे रात अपने आवास पर पहुंचते हैं और दिन भर की चुनावी चर्चा पर विचार-विमर्श के साथ-साथ पूरे प्रदेश की सीटों की चर्चा व मंथन करते हैं. ये सिलसिला रात के करीब 2 बजे तक चलता है और हरीश रावत मुश्किल से 4 घंटे सोते हैं. सुबह 6 बजे उठकर फिर अगले चुनाव प्रचार की तैयारियों में जुट जाते हैं.

Former CM Harish Rawat
जनसभा के लिए निकलते हरीश रावत.

हरीश रावत ने कहा कि पूरे दिन चुनाव प्रचार के बाद जनता से मिले प्यार और आशीर्वाद से उनको किसी तरह की थकान महसूस नहीं होती है और वो लगातार लोगों से डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं. यहां तक कि भारी बरसात के बीच भी हरीश रावत अपने चुनाव अभियान को जारी रखे हुए हैं.

हल्द्वानी: जंग का मैदान हो या चुनावी रणक्षेत्र, जीत आसान नहीं होती. विधानसभा चुनाव का डंका बजते ही जहां उम्मीदवारों की दिनचर्या में बदलाव आ गया है, वहीं प्रत्याशी बेहतर प्रचार कर अपने सिर जीत का सेहरा बांधना चाहते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लालकुआं विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में हरीश रावत को अपनी सीट बचाने के साथ-साथ पूरे प्रदेश की सीटों को जिताने की जिम्मेदारी है. जिस कारण हरीश रावत की व्यस्तता बढ़ गई है. चुनावी भागदौड़ के बीच हरीश रावत की दिनचर्या कैसे गुजर रही है, आइए एक नजर डालते हैं.

मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने को सुबह से देर शाम तक चुनाव प्रचार में लगे नेताओं की दिनचर्या भी बदल गयी है. भीषण ठंड के बीच राज्य में चुनावी दौरे में लगभग सभी नेता सुबह से देर रात तक व्यस्त हैं. ऐसे में राजनीतिक गतिशीलता बनाये रखने को नेता लगातार डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं. पूर्व सीएम हरीश रावत विधानसभा चुनाव के मद्देनजर व्यस्त हो चुके हैं. ईटीवी भारत की टीम ने हरीश रावत की व्यस्तता के बारे में उनसे बात की.

हरीश रावत से खास बात

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हरीश रावत की सुबह की शुरुआत: हरीश रावत लालकुआं विधानसभा क्षेत्र के तीन पानी स्थित अपने मकान में रहते हैं. जहां से उनकी सभी चुनावी गतिविधियां संचालित हो रही हैं. हरीश रावत सुबह बिस्तर से उठने के बाद थोड़ी देर ध्यान और योग करते हैं. इसके बाद स्नान करके पूजा-पाठ कर अपने दिन की शुरुआत करते हैं. हरदा सुबह मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. साथ ही पुरोहित पाठ संपन्न कराता है.

Former CM Harish Rawat
हनुमान चालीसा का पाठ करते हरीश रावत.

सूप पीकर फिर लेते हैं हल्का भोजन: हरीश रावत की व्यस्तता इतनी रहती है कि उनके समर्थक सुबह से ही उनसे मिलने के लिए पहुंचने लगते हैं, जहां वो अन्य कामों के साथ-साथ समर्थकों और पार्टी के पदाधिकारियों से भी मुलाकात करते हैं. सुबह के नाश्ते की शुरुआत सूप पीकर करते हैं. थोड़ी देर बाद वह हल्का भोजन लेने के बाद अपने चुनाव प्रचार में निकल जाते हैं. व्यस्तता इतनी है कि हरीश रावत अपना सुबह का नाश्ता खड़े-खड़े करते हैं, जहां वह अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों से संवाद करते दिखते हैं.

Former CM Harish Rawat
पंडित से पुष्प लेते हरीश रावत.

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पूरे प्रदेश की प्रचार की जिम्मेदारी: हरीश रावत ने बताया कि उनको प्रदेश की सभी 70 सीटों की जिम्मेदारी दी गई है, जहां उनको प्रचार भी करना है और वर्चुअल प्रचार भी तैयार करते हैं. जबकि अपनी लालकुआं विधानसभा सीट पर अधिक व्यस्तता है. रोजाना करीब 10 से 15 छोटी जनसभाओं के साथ लोगों के बीच जाकर जनसंपर्क अभियान भी चला रहे हैं.

Former CM Harish Rawat
घर पर सूप पीते हरीश रावत

जनता के प्यार और आशीर्वाद से नहीं होती थकान महसूस: जनसंपर्क के बाद हरीश रावत 11बजे रात अपने आवास पर पहुंचते हैं और दिन भर की चुनावी चर्चा पर विचार-विमर्श के साथ-साथ पूरे प्रदेश की सीटों की चर्चा व मंथन करते हैं. ये सिलसिला रात के करीब 2 बजे तक चलता है और हरीश रावत मुश्किल से 4 घंटे सोते हैं. सुबह 6 बजे उठकर फिर अगले चुनाव प्रचार की तैयारियों में जुट जाते हैं.

Former CM Harish Rawat
जनसभा के लिए निकलते हरीश रावत.

हरीश रावत ने कहा कि पूरे दिन चुनाव प्रचार के बाद जनता से मिले प्यार और आशीर्वाद से उनको किसी तरह की थकान महसूस नहीं होती है और वो लगातार लोगों से डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं. यहां तक कि भारी बरसात के बीच भी हरीश रावत अपने चुनाव अभियान को जारी रखे हुए हैं.

Last Updated : Feb 10, 2022, 10:38 AM IST
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