हल्द्वानी: पिछले 24 घंटे से हो रही बारिश और लगातार बर्फबारी से जहां पहाड़ के किसानों के चेहरों पर मुस्कान छाई हुई है. वहीं, तराई क्षेत्रों में टमाटर, मटर और लहसुन का उत्पादन करने वाले किसानों के लिए ये मौसम काफी नुकसानदायक साबित हो रहा है. वहीं, ये बारिश और बर्फबारी रवि की फसल के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. जिन किसानों ने अभी तक गेहूं की रोपाई नहीं की है, बारिश के कारण अब उनकी रोपाई में देरी हो जाएगी.
शुक्रवार की सुबह से हो रही बारिश और बर्फबारी से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त है. वहीं, बर्फबारी पहाड़ के किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. बर्फबारी बागवानी के सेब, पुलम,आड़ू उत्पादन करने वाले किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है. वहीं, हल्द्वानी के गौलापार में सबसे ज्यादा टमाटर का उत्पादन करने वाले क्षेत्र में इस बारिश से खासा नुकसान पहुंच रहा है. बारिश के कारण टमाटर के खेतों में पानी भर गया है, जिसके चलते टमाटर के पौधों की जड़ सड़ सकती है. यही नहीं, पहले से बीमारी की मार झेल रहे टमाटर पर अब बारिश की दोहरी मार पड़ रही है, जबकि बारिश के चलते मटर और लहसुन की फसल भी बर्बाद हो चुकी है.
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प्रगतिशील किसान नरेंद्र मेहरा के अनुसार, बारिश से जहां पहाड़ के किसानों को फायदा पहुंच रहा है. वहीं, इन फसलों को नुकसान भी हुआ है. ये बारिश जहां रवि की फसल के लिए वरदान साबित हो रही है. वहीं, टमाटर, लहसुन और मटर की फसल के लिए नुकसान भी साबित हो रहा है. किसान नरेंद्र मेहरा के मुताबिक अगर बरसात 2 दिन और रहती है तो किसानों की फसल चौपट हो जाएगी.