नैनीताल: इन दिनों कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन है. लोगों को फल, सब्जी समेत अन्य सामान की खरीदारी में काफी दिक्कतें हो रही हैं. ऐसा लग रहा है कि बाजार से सब्जियां जैसे गायब होने लगी हों, मगर नैनीताल के गांवों में आज भरपूर मात्रा में सब्जियां मौजूद हैं. इसके बावजूद खेतों से सब्जियां शहर की मंडियों तक नहीं पहुंच पा रही हैं. काश्तकारों की यह सब्जियां खेतों में ही सड़ने की कगार पर पहुंच चुकी हैं. नैनीताल का गांव पंगोट, बगड़, रामगढ़, मुक्तेश्वर सब्जियों के लिए भी जाना जाता है.
बता दें कि पंगोट,बगड़ गांव में इन दिनों आलू, मसूर, लहसुन, प्याज समेत कई फसलें होती हैं, जो आज बर्बादी की कगार पर हैं. काश्तकारों का कहना है कि उनका भरण-पोषण केवल इस फसल से होता है. उनके पास जीवनचर्या का कोई दूसरा रास्ता नहीं है. जब से देश में लॉकडाउन हुआ है तब से उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. क्योंकि उनकी फसलें नैनीताल के साथ ही दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, कानपुर समेत इलाहाबाद तक भेजी जाती थीं. लेकिन आज उनकी फसल खेत में ही सड़ने की कगार पर है. जिससे इन काश्तकारों के सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है.
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वहीं, पूरे मामले में नैनीताल के एसडीएम विनोद कुमार का कहना है कि किसानों का पूरा ख्याल रखा जा रहा है. किसानों की फसलों को मंडी तक ले जाने की स्वीकृति मिलेगी. किसी भी हाल में किसानों का नुकसान नहीं होगा. बगड़ गांव के यह काश्तकार बड़ी मंडी तक अपनी फसल को पहुंचाने की मांग कर रहे हैं ताकि काश्तकारों को कुछ मुनाफा हो सके.