हल्द्वानी: वनभूलपुरा थाना क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टर से प्रसव कराने के दौरान हुई महिला की मौत के मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर बड़ी कार्रवाई हुई है. सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि झोलाछाप महिला डॉक्टर द्वारा फर्जी तरीके से क्लीनिक चलाया जा रहा था, जिसको सील कर दिया है. साथ ही महिला डॉक्टर और मृतक महिला के पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि इससे पूर्व भी झोलाछाप महिला डॉक्टर द्वारा प्रसव के दौरान एक महिला की मौत हुई थी.
सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि घटना के बाद क्लीनिक को सील कर दिया गया था, लेकिन महिला डॉक्टर बगल में फिर से बिल्डिंग के बचे हुए हिस्से में दोबारा से अवैध क्लीनिक का संचालन शुरू कर दिया था, जहां प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हुई है. झोलाछाप डॉक्टर ने इस तरह की गतिविधियां फिर शुरू कर दी, जिसकी शिकायत के बाद क्लीनिक और बिल्डिंग को सील कर दिया गया है. साथ ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है. वहीं शहर में अन्य क्लीनिकों की भी जांच चल रही है.
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उन्होंने लोगों से झोलाछाप डॉक्टरों के झांसे में ना आने और अस्पतालों में ही प्रसव और इलाज कराने की अपील की. गौरतलब है कि 10 जनवरी को झोलाछाप महिला डॉक्टर द्वारा वनभूलपुरा थाना क्षेत्र के रहने वाली एक महिला का सिजेरियन प्रसव कराया था. जहां प्रसव के दौरान महिला के आंत और बच्चेदानी बाहर आ गई थी. महिला की हालत खराब होने पर परिवार वाले उसे सुशीला तिवारी अस्पताल लेकर गए, जहां इलाज के दौरान जच्चा बच्चा की मौत हो गई. पूरे मामले में महिला के पति और झोलाछाप महिला डॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस आगे की कार्रवाई की जा रही है.