हल्द्वानी: देवभूमि उत्तराखंड में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं. उत्तराखंड में महिलाओं पर अपराध लगातार बढ़ते (women crime in uttarakhand) जा रहे हैं. महिला अपराध रोकने के लिए पुलिस कई तरह के जन जागरूकता अभियान के अलावा अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन उत्तराखंड में महिलाओं से होने वाली आपराधिक घटनाओं में कमी नहीं आ रही है. बात कुमाऊं मंडल की करें तो कुमाऊं मंडल में महिला अपराध (women crime in kumaon) की संख्या में वृद्धि हुई है.
लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाएं: गौर हो कि कुमाऊं मंडल की शांत वादियां में महिला अपराध की घटनाओं में इजाफा (women crime increase in kumaoni) हुआ है. अब महिलाओं के साथ बलात्कार और हत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. डीआईजी कैंप कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक जहां साल 2021 (जनवरी से दिसंबर तक) में कुमाऊं मंडल में 13 महिलाओं की हत्या के मामले सामने आए थे तो वहीं इस साल 2022 में (जनवरी से सितंबर तक) 8 महिलाओं की हत्या के मामले सामने आ चुके हैं. जबकि 2021 में 247 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटनाएं सामने आई थी तो वहीं साल 2022 में 9 महीनों में बलात्कार की घटनाएं बढ़ते हुए 322 हो गई हैं.
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उधम सिंह नगर पहले स्थान पर: महिला अपराध के मामले में उधम सिंह नगर पहले स्थान पर है. नैनीताल जनपद दूसरे नंबर पर है. आंकड़ों के मुताबिक जहां साल 2021 में उधम सिंह नगर में 6 महिलाओं की हत्या हुई थी तो वहीं 146 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी. इस साल अभी तक 3 महिलाओं की हत्या के मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 201 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना सामने आई है. बात नैनीताल जनपद की करें तो साल 2021 में जनपद में 3 महिलाओं की हत्या हुई थी तो वहीं इस साल अभी तक 4 महिलाओं की हत्या के मामले सामने आए हैं. जबकि पिछले साल 2021 में 55 महिलाओं के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी तो वहीं साल 2022 में अभी तक 81 बलात्कार की घटनाएं सामने आई हैं.
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डीआईजी ने क्या कहा: डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे (DIG Kumaon Nilesh Anand Bharne) ने बताया कि महिला अपराध को रोकने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए दिशा निर्देश जारी किए थे कि महिला अपराधों पर लगाम लगाई जाए. जिस पर पुलिस द्वारा लगातार महिला अपराध रोकने के लिए जन जागरूकता अभियान के साथ-साथ महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. जहां कहीं महिला अपराध संबंधी कोई शिकायत आ रही है, पुलिस तत्काल कार्रवाई कर रही है. महिला अपराध करने वाले अपराधियों को किसी भी हालत में पुलिस द्वारा नहीं बख्शा जा रहा है.