नैनीताल: देश-विदेश में अपनी पहचान रखने वाली नैनीताल की मोमबत्तियां इस साल सिर्फ दुकानों में सजावट का सामान बनकर रह गए हैं. मोमबत्ती व्यवसायी ग्राहकों की राह देख रहे हैं, लेकिन दिवाली के दिन भी ग्राहक दुकानों से नदारद हैं, जिससे मोमबत्ती व्यवसायी खासे मायूस हैं.
मोमबत्ती व्यवसायी पुष्पा देवी ने बताया कि कोरोना की वजह से उनका व्यापार ठप पड़ गया है. पहले के मुकाबले आमदनी कम हो गई है. उनका कहना है कि कोरोना की वजह से सैलानी कम नैनीताल पहुंच रहे हैं. ऐसे में उनकी बिक्री पर बुरा प्रभाव पड़ा है.
मोमबत्ती व्यवसायी गौरव मेहरा ने बताया कि इस दिवाली उनके व्यापार पर कोरोना का असर पड़ा है. उनका कहना है कि एक तो नैनीताल में टूरिस्ट नहीं आ रहे हैं और जो आ रहे हैं वो उतनी खरीदारी नहीं कर रह हैं. जिस कारण इस साल मोमबत्ती व्यवसायी घाटे में चल रहे हैं. पिछले सालों के मुकाबले इस वर्ष काम सिर्फ 10 फीसदी रह गया है.
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देश-विदेश में प्रसिद्ध है नैनीताल की मोमबत्ती
बता दें, नैनीताल की मोमबत्ती देश-विदेश में अपनी अलग पहचान रखती है. खास बात यह है यहां कारीगरों द्वारा मोमबत्तियां हाथों से तैयार की जाती हैं. इन मोमबत्तियों को महिलाएं घरों में कुटीर उद्योंगों स्थापित कर तैयार करती हैं. जिसे लोगों द्वारा काफी पसंद किया जाता है.