रामनगर: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश के कारण जनमानस के साथ-साथ वन्यजीव भी प्रभावित हैं. भारी बारिश के कारण कॉर्बेट पार्क में भी हर जगह पानी-पानी हो गया है. इस कारण हाथी अब पहाड़ी व आबादी वाले क्षेत्रों का रुख कर रहे हैं. कॉर्बेट प्रशासन की ओर से हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है. ताकि मानव वन्यजीव संघर्ष न हो.
बता दें कि, कॉर्बेट नेशनल पार्क में देश-विदेश से लाखों पर्यटक पूरे साल पहुंचते हैं. इन वन्यजीवों की सुरक्षा भी कॉर्बेट प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. साथ ही कॉर्बेट प्रशासन द्वारा वन्यजीव और मानव वन्यजीव संघर्ष को रोकने के लिए भी तरह-तरह के प्रयास किए जाते हैं. बारिश के समय हर क्षेत्र में पानी मिलने से हाथी आबादी की ओर व पहाड़ी क्षेत्रों में भी मूव करते हैं.
उनका मूवमेंट कॉर्बेट प्रशासन के लिए भी चुनौती रहता है. क्योंकि जब हाथी पहाड़ी क्षेत्रों में या आबादी क्षेत्रों के पास मूव करते हैं तो मानव वन्यजीव संघर्ष होने की घटनाएं भी काफी बढ़ जाती हैं. कॉर्बेट प्रशासन लगातार हाथियों के मूवमेंट पर नजर रखता है.
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कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि हाथियों का लगातार लोकल माइग्रेशन होता रहता है. उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में जो उनका ग्रास लैंड हैं और लो लाइन एरियाज हैं, उनसे हाथी ऊपर पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ मूव हो जाते हैं. इस समय पानी की उपस्थिति हर जगह है.
राहुल कुमार ने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए जो भी हाथियों का मूवमेंट होता है, उस पर लगातार मॉनिटरिंग की जाती है. उन्होंने कहा कि खासकर जो आबादी वाले क्षेत्र हैं, वहां पर हाथियों के मूवमेंट के कारण कोई कॉन्फ्लिक्ट की सिचुएशन पैदा न हो उसको ध्यान में रख लगातार आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.
कॉर्बेट पार्क अपने वन्य जीवों और उनकी विविधता के लिए विश्व प्रसिद्ध है. इस पार्क में 1100 से ज्यादा हाथी हैं. इन हाथियों को देखने हर साल लाखों पर्यटक कॉर्बेट पार्क आते हैं.