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19 जनवरी को कुमाऊं विवि का दीक्षांत समारोह, भास्कर खुल्बे और डॉ. मेहता को दी जाएगी मानद उपाधि - कुमाऊं विवि का दीक्षांत समारोह

Kumaon University convocation ceremony कुमाऊं विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह 19 जनवरी को आयोजित होने वाला है. समारोह में उत्तराखंड पर्यटन विभाग के ओएसडी भास्कर खुल्बे और वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गोवर्धन मेहता को मानद उपाधि दी जाएगी.

NAINITAL
नैनीताल
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jan 18, 2024, 3:28 PM IST

Updated : Jan 18, 2024, 3:54 PM IST

19 जनवरी को कुमाऊं विवि का दीक्षांत समारोह.

नैनीतालः कुमाऊं विश्वविद्यालय का आगामी 19 जनवरी को 18वा दीक्षांत समारोह आयोजित होने जा रहा है. समारोह में पीएम मोदी के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग के ओएसडी भास्कर खुल्बे और वरिष्ठ वैज्ञानिक फैलो ऑफ नेशनल एकेडमी डॉ. गोवर्धन मेहता को मानद उपाधि दी जाएगी. इसके अलावा समारोह में 379 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि और करीब 46 हजार छात्रों को डिग्री दी जाएंगी. दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे.

विवि मुख्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. डीएस रावत ने बताया कि उत्तराखंड मूल के प्रदेश सरकार में पर्यटन विभाग के ओएसडी और पीएम के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे को मानद उपाधि दी जाएगी. खुल्बे 1983 बैच के आईएएस अफसर हैं. जोकि वर्ष 2014 से 2022 तक पीएमओ में कार्यरत रहे. वे कुमाऊं विवि के पूर्व छात्र भी रहे हैं. इसके अलावा भारतीय शोधकर्ता एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गोवर्धन मेहता को भी मानद उपाधि दी जाएगी.
ये भी पढ़ेंः कुमाऊं विवि की राष्ट्रीय गोष्ठी में वीरान हो रहे पहाड़ों पर जताई गई चिंता, बाहरी लोगों के हस्तक्षेप पर दिखा रोष

डॉ. मेहता के 500 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं. 300 से अधिक पुरस्कार उन्हें मिल चुके हैं. वह पीएम के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद और मंत्रिमंडल के वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं.

कुलपति प्रो. रावत ने कहा कि इस वर्ष विवि की ओर से 46 हजार 675 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की जाएंगी. इसके साथ ही 379 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि तथा 151 छात्र-छात्राओं को पदक और पुरस्कार दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस वर्ष 2022 एवं 2023 यानी दो वर्षों के छात्र-छात्राओं को पदक, पीएचडी उपाधि दी जाएगी. बताया कि वर्ष 2022 के 23 हजार 41 और वर्ष 2023 के 15 हजार 338 कुल 38 हजार 379 छात्र-छात्राओं को डिग्री अवार्ड होगी. जबकि स्नातकोत्तर में वर्ष 2022 के 4 हजार 60 और 2023 के 53 हजार 627 कुल 7 हजार 677 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की जाएगी. रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में वर्ष 2022 में 402 और 2023 में 217 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जाएगी.
ये भी पढ़ेंः अरुण त्रिपाठी को आयुर्वेद और दीवान सिंह को कुमाऊं विवि के कुलपति का जिम्मा, राज्यपाल ने जारी किए आदेश

इन 6 शोधकर्ताओं को डी-लिट की उपाधि: विवि की ओर से 6 शोधकर्ताओं को डॉक्टर्स ऑफ लेटर्स (डी-लिट) की उपाधि प्रदान की जाएगी. इसमें डॉ. तेज कुमार अर्थशास्त्र, डॉ. सुनीता जायसवाल संस्कृत, डॉ. भरल इस्लाम अंग्रेजी, डॉ. सोनू द्विवेदी ड्राइंग पेंटिंग, डॉ. एस रामनाथन प्रबंधन, डॉ. सुनीता शर्मा संस्कृत शामिल हैं.

छात्रों को यूएस कंपनी से आर्थिक मदद: कुमाऊं विवि में पढ़ने वाले छात्रों को पीएचडी सहित पारस्परिक परियोजनाओं में बेहतर कार्य करने का मौका मिलेगा. जानकारी देते हुए विवि के कुलपति प्रो. डीएस रावत ने बताया कि विवि के छात्रों को अब यूएस में संचालित एक कंपनी ने रिसर्च के लिए आठ लाख रुपये तक की मदद करने की बात कही है. जिसके लिए विवि का लाइफ एक्टिव प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद के साथ समझौता हुआ है. इसके तहत लाइफ एक्टिवस एवं केयू के रसायन विज्ञान तथा फार्मेसी विभाग में प्रति छात्र 8 हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से दो पीएचडी फैलोशिप प्रायोजित करेगा. विवि के पूर्व छात्र रहे शैलेश उप्रेती ने यूएस में अपनी कंपनी शुरू की है. उन्होंने पीएचडी के लिए आठ लाख रुपये तक की मदद की बात कही है.

19 जनवरी को कुमाऊं विवि का दीक्षांत समारोह.

नैनीतालः कुमाऊं विश्वविद्यालय का आगामी 19 जनवरी को 18वा दीक्षांत समारोह आयोजित होने जा रहा है. समारोह में पीएम मोदी के पूर्व सलाहकार एवं उत्तराखंड सरकार के पर्यटन विभाग के ओएसडी भास्कर खुल्बे और वरिष्ठ वैज्ञानिक फैलो ऑफ नेशनल एकेडमी डॉ. गोवर्धन मेहता को मानद उपाधि दी जाएगी. इसके अलावा समारोह में 379 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि और करीब 46 हजार छात्रों को डिग्री दी जाएंगी. दीक्षांत समारोह में कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे.

विवि मुख्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में कुलपति प्रो. डीएस रावत ने बताया कि उत्तराखंड मूल के प्रदेश सरकार में पर्यटन विभाग के ओएसडी और पीएम के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे को मानद उपाधि दी जाएगी. खुल्बे 1983 बैच के आईएएस अफसर हैं. जोकि वर्ष 2014 से 2022 तक पीएमओ में कार्यरत रहे. वे कुमाऊं विवि के पूर्व छात्र भी रहे हैं. इसके अलावा भारतीय शोधकर्ता एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. गोवर्धन मेहता को भी मानद उपाधि दी जाएगी.
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डॉ. मेहता के 500 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हो चुके हैं. 300 से अधिक पुरस्कार उन्हें मिल चुके हैं. वह पीएम के वैज्ञानिक सलाहकार परिषद और मंत्रिमंडल के वैज्ञानिक सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे हैं.

कुलपति प्रो. रावत ने कहा कि इस वर्ष विवि की ओर से 46 हजार 675 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की जाएंगी. इसके साथ ही 379 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि तथा 151 छात्र-छात्राओं को पदक और पुरस्कार दिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि इस वर्ष 2022 एवं 2023 यानी दो वर्षों के छात्र-छात्राओं को पदक, पीएचडी उपाधि दी जाएगी. बताया कि वर्ष 2022 के 23 हजार 41 और वर्ष 2023 के 15 हजार 338 कुल 38 हजार 379 छात्र-छात्राओं को डिग्री अवार्ड होगी. जबकि स्नातकोत्तर में वर्ष 2022 के 4 हजार 60 और 2023 के 53 हजार 627 कुल 7 हजार 677 विद्यार्थियों को डिग्रियां वितरित की जाएगी. रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में वर्ष 2022 में 402 और 2023 में 217 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी जाएगी.
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इन 6 शोधकर्ताओं को डी-लिट की उपाधि: विवि की ओर से 6 शोधकर्ताओं को डॉक्टर्स ऑफ लेटर्स (डी-लिट) की उपाधि प्रदान की जाएगी. इसमें डॉ. तेज कुमार अर्थशास्त्र, डॉ. सुनीता जायसवाल संस्कृत, डॉ. भरल इस्लाम अंग्रेजी, डॉ. सोनू द्विवेदी ड्राइंग पेंटिंग, डॉ. एस रामनाथन प्रबंधन, डॉ. सुनीता शर्मा संस्कृत शामिल हैं.

छात्रों को यूएस कंपनी से आर्थिक मदद: कुमाऊं विवि में पढ़ने वाले छात्रों को पीएचडी सहित पारस्परिक परियोजनाओं में बेहतर कार्य करने का मौका मिलेगा. जानकारी देते हुए विवि के कुलपति प्रो. डीएस रावत ने बताया कि विवि के छात्रों को अब यूएस में संचालित एक कंपनी ने रिसर्च के लिए आठ लाख रुपये तक की मदद करने की बात कही है. जिसके लिए विवि का लाइफ एक्टिव प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद के साथ समझौता हुआ है. इसके तहत लाइफ एक्टिवस एवं केयू के रसायन विज्ञान तथा फार्मेसी विभाग में प्रति छात्र 8 हजार रुपये प्रति माह के हिसाब से दो पीएचडी फैलोशिप प्रायोजित करेगा. विवि के पूर्व छात्र रहे शैलेश उप्रेती ने यूएस में अपनी कंपनी शुरू की है. उन्होंने पीएचडी के लिए आठ लाख रुपये तक की मदद की बात कही है.

Last Updated : Jan 18, 2024, 3:54 PM IST
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