कालाढूंगी: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की अव्यवस्थाओं और चिकित्सकों की कमी को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में एक दिवसीय धरना दिया. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सक अमित मिश्रा को हटाए जाने की मांग करते हुए अस्पताल की अव्यवस्थाओं पर भी सवाल उठाए. कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सूबे के मुखिया त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजकर जल्द व्यवस्थाएं सुधारने की मांग की है.
कालाढूंगी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ और उपकरणों की मांग को लेकर कांग्रेस वरिष्ठ कार्यकर्ता ने महिला नेत्री के तत्वाधान में एक दिवसीय धरना दिया. सोमवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों और उपकरणों का आभाव बना हुआ है. इस कारण क्षेत्रीय जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों ने कहा कि एम्स की तर्ज पर सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी को सुविधाएं दी जाएं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन पाठक और संजय बिष्ट ने बताया कि नैनीताल मार्ग में आए दिन सड़क दुर्घटना होती हैं. चिकित्सकों और उपकरणों की कमी के कारण मरीजों को हल्द्वानी रेफर कर दिया जाता है. साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे कुमाऊं में उग्र आंदोलन कर धरना- प्रदर्शन करेंगे. साथ ही कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा है.
ये भी पढ़ें: उत्तराखंडः पहाड़ों में वरदान साबित हो रही अदरक की खेती, मुनाफे में किसान
कांग्रेस नेता और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष दीप चंद्र सती ने बताया कि कालाढूंगी नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का यह एकमात्र अस्पताल है जो सिर्फ रेफर सेंटर बनकर रह गया है. साथ ही उन्होंने अस्पताल के प्रभारी चिकित्सक अमित मिश्रा को हटाए जाने की मांग की. उन्होंने बताया कि जल्द उनकी मांगे नहीं मानी गई तो धरना जारी रहेगा.