रामनगर: प्रदेशभर में कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकरा द्वारा लागू किए गए कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इसी कड़ी में रामनगर में कांग्रेस द्वारा लोकसभा में पारित कृषि कानून का लगातार विरोध किया जा रहा है. वहीं, बीजेपी विधायक दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि कांग्रेसी कार्यकर्ता इस तरह के प्रदर्शन कर लोगों को भ्रमित करने का काम कर रहे हैंं.
विधायक दीवान सिंह बिष्ट का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के किसानों से उनकी आय दोगुनी करने का वादा किया था और ये तभी संभव है जब किसान को अपनी फसल बेचने की आजादी होगी. किसानों को मंडियों से भी आजादी मिलेगी. इसलिए कृषि बिल को संसद में पारित किया गया है. साथ ही सरकार, न्यूनतम समर्थन मूल्य पहले की तरह ही घोषित करती रहेगी.
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विधायक ने कहा कि पिछले 6 सालों में यूरिया की कमी और काला बाजारी काफी हद तक बढ़ी है. लेकिन किसी भी राजनीतिक पार्टी और विपक्षी ने इसका जिक्र कभी भी लोकसभा में नहीं उठाया था. ये बात इस बात का प्रमाण है कि मोदी सरकार ने यूरिया की कालाबाजारी रोक कर किसानों को राहत प्रदान की थी.
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उन्होंने कहा कि पिछले 60 सालों में किसानों की उपज बढ़ाने की बात तो हुई, लेकिन किसानों को नैतिक तौर पर राहत देने की बात किसी ने भी नहीं की. कांग्रेस ने आजतक किसानों को सिर्फ लूटने का काम किया है, जिसकी वजह से किसान आज आत्महत्या करने को मजबूर हैं. विधायक का कहना है कि बीजेपी सरकार ने किसानों की सम्मान निधि को सीधे उनके खातों में भेजकर उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत कर रही है.