हल्द्वानीः किसानों की जमीनों को बचाने के लिए गौला नदी किनारे बनाए तटबंध और चेकडैम बरसात में क्षतिग्रस्त हो गए. जिसे लेकर कांग्रेस हमलावर नजर आ रही है. कांग्रेस ने तटबंध और चेकडैम पर सवाल खड़ा करते हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं कांग्रेसियों ने गौला नदी किनारे तटबंध पर खड़े होकर कार्यदायी संस्था और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया.
कांग्रेसियों का आरोप है कि लालकुआं विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत गौला नदी में बनाए गए तटबंध पानी के बहाव में बह गए है. तटबंध बनाने के दौरान क्वालिटी और मानक को ध्यान में नहीं रखा गया. जिसका नतीजा है कि तटबंध पानी के बहाव में बह गए. उनका आरोप है कि पूरा भ्रष्टाचार स्थानीय जनप्रतिनिधि के दबाव में किया गया है.
आरोप है कि सिंचाई विभाग और वन विभाग की बड़ी लापरवाही सामने भी आई है. जहां तटबंध बनाने के नाम पर करीब 4 करोड़ रुपए बर्बाद कर दिए गए. जो तटबंध और चेकडैम बनाए गए, वो नदी के हल्के दबाव में टूट गए. कुछ तटबंध तो पानी के बहाव में कई किमी दूर तक बह गए. जो दोनों ही विभागों की कार्य प्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है.
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वहीं, कांग्रेस नेता हरेंद्र बोरा के नेतृत्व में सामाजिक सगंठनों और कांग्रेसियों ने गौला नदी के टूटे तटबंधों का निरीक्षण किया. जिसके बाद सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने शासन प्रशासन से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही चेतावनी दी है कि इस मामले में प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं कि जाती है तो कांग्रेस कमेटी उग्र आंदोलन करेगी.
उन्होंने आरोप लगाया कि यह तटबंध सिंचाई विभाग और वन विभाग समेत संबंधित ठेकेदारों की मिली भगत से बनाया गया. जिसमें मानक और क्वालिटी पर ध्यान नहीं दिया गया. पिछले साल भी तटबंध बनाए गए थे, लेकिन हल्की सी गौला नदी आई. जिसमे तटबंध टूट गए.
कांग्रेसियों ने आरोप लगाया कि तटबंधों के निर्माण कार्य में करोड़ों की राशि खर्च की गई. बाबजूद इसके फिर से ये सभी तटबंध टूट गए. ऐसे में जाहिर हो रहा है कि करोड़ों रुपए से बनाए गए तटबंध में बंदरबाट की गई है. उन्होंने इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की मांग की है.