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CM धामी ने बलिया नाला लैंडस्लाइड जोन का किया निरीक्षण, ग्राउंड जीरो से जानी हकीकत - बलिया नाला का निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने नैनीताल की जान बलिया नाला में हो रहे भूस्खलन (Ballia Nala landslide zone) का निरीक्षण किया. बलिया नाला में बीते कुछ सालों से लगातार भूस्खलन हो रहा है. वहीं, भू-वैज्ञानिक तत्काल बलिया नाला के ट्रीटमेंट की मांग कर चुके हैं.

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Published : Oct 6, 2022, 9:20 PM IST

नैनीताल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) नैनीताल दौरे पर हैं. पहले दिन उन्होंने नैनीताल में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलिया नाला पर हो रहे भूस्खलन (Ballia Nala landslide zone) से प्रभावित भूभाग का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए स्थानीय नागरिकों हितार्थ उनकी सुरक्षा के दृष्टिगत पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए. बलिया नाला में हो रहे लैंडस्लाइड की वजह से नैनीताल का अस्तिव खतरे में है.

दरअसल, नैनीताल की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले बलिया नाला क्षेत्र में बीते कई सालों से लगातार भूस्खलन हो रहा है (landslide zone in Nainital). दूसरे शब्दों में कहे तो बलिया नाला नैनीताल की जान है. बलिया नाला पर ही नैनीताल का भविष्य टिका हुआ है. रिपोर्ट में भू-वैज्ञानिक कह चुके है कि यदि तत्काल बलिया नाला का ट्रीटमेंट शुरू नहीं किया गया तो झील के आसपास के क्षेत्रों के अलावा नैनीताल शहर को भी भयंकर खतरा है. वैसे भी नैनीताल शहर भूस्खलन की भूखंड पर ही बसा हुआ है.
पढ़ें- बलिया नाले ने उड़ाई नैनीताल वालों की नींद, लोग बोले- हल्की बारिश में ही हिलने लगे हैं मकान

बता दें कि बलिया नाला क्षेत्र में 1972 से लगातार भूस्खलन हो रहा है. इसके बावजूद भी सरकार इस क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने में असफल रही है. जिससे अब नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. बलिया नाला क्षेत्र नैनीताल की बुनियाद माना जाता है. अगर इसी तरह से क्षेत्र में भूस्खलन होता रहा तो जल्द ही नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगेगा.

नैनीताल: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) नैनीताल दौरे पर हैं. पहले दिन उन्होंने नैनीताल में पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलिया नाला पर हो रहे भूस्खलन (Ballia Nala landslide zone) से प्रभावित भूभाग का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए स्थानीय नागरिकों हितार्थ उनकी सुरक्षा के दृष्टिगत पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश दिए. बलिया नाला में हो रहे लैंडस्लाइड की वजह से नैनीताल का अस्तिव खतरे में है.

दरअसल, नैनीताल की रीढ़ की हड्डी कहे जाने वाले बलिया नाला क्षेत्र में बीते कई सालों से लगातार भूस्खलन हो रहा है (landslide zone in Nainital). दूसरे शब्दों में कहे तो बलिया नाला नैनीताल की जान है. बलिया नाला पर ही नैनीताल का भविष्य टिका हुआ है. रिपोर्ट में भू-वैज्ञानिक कह चुके है कि यदि तत्काल बलिया नाला का ट्रीटमेंट शुरू नहीं किया गया तो झील के आसपास के क्षेत्रों के अलावा नैनीताल शहर को भी भयंकर खतरा है. वैसे भी नैनीताल शहर भूस्खलन की भूखंड पर ही बसा हुआ है.
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बता दें कि बलिया नाला क्षेत्र में 1972 से लगातार भूस्खलन हो रहा है. इसके बावजूद भी सरकार इस क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन को रोकने में असफल रही है. जिससे अब नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. बलिया नाला क्षेत्र नैनीताल की बुनियाद माना जाता है. अगर इसी तरह से क्षेत्र में भूस्खलन होता रहा तो जल्द ही नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगेगा.

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