रामनगर: कोरोना वायरस से बचने के लिए देशभर में लॉकडाउन का पहरा लगा हुआ है. ऐसे में घरों में रह रहकर बडे़, बुजुर्ग और बच्चे भी बोर होने लगे हैं. बोरियत कम करने के लिए बच्चे नए-नए गेम खेलकर मस्ती करते नजर आ रहे हैं. वहीं बीते जमाने की बात हो चुके लूडो और कैरम बोर्ड अब फिर से लोगों को लुभाने लगे हैं. इन दिनों घरों में कैद बच्चे लूडो और कैरम का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. उनका साथ परिवार के बड़े सदस्य भी दे रहे हैं.
लॉकडाउन के दौरान घरों में कैद लोग बोरियत से बचने के लिए एंटरटेनमेंट का विकल्प ढूंढ रहे हैं. ऐसे में भूले बिसरे खेलों की भी याद आ रही है. बीते जमाने की बात हो चुकी कैरम और लूडो को एक बार फिर से लोग खेलते नजर आ रहे हैं. घरों में बच्चों के साथ माता पिता भी इन खेलों का आनंद ले रहे हैं. लॉकडाउन के बाद रामनगर के लोगों ने बोरियत दूर करने के लिए इंडोर गेम से जुड़ी चीजें खरीदना शुरू कर दिए था.
रामनगर के एक दुकान के मालिक ने कहा कि मेरे पास कई लूडो बोर्ड पड़े थे, जो कहीं कोनों में धूल खा रहे थे. जब से लॉकडाउन हुआ है, लोगों में इंडोर गेम लूडो और कैरम बार्ड की खूब डिमांड है. दुकान का स्टॉक खत्म हो चुका है. वहीं कई लोग कैरम के लिए बोरिक पाउडर, गोटियां व स्ट्राइकर खोज रहे हैं.
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वहीं जिन लोगों को ये गेम नहीं मिल पा रहे हैं, वो स्मार्टफोन, टैबलेट और कंप्यूटर के जरिए इन गेम्स का आनंद ले रहे हैं. इस लॉकडाउन से पहले लोगों को शिकायतें रहती थीं कि रोजमर्रा की जिंदगी में परिवार के साथ समय बिताने का वक्त नहीं मिल पाता है, लेकिन मौजूदा स्थिति ने परिवारों को एक दूसरे के करीब आने का मौका दिया है.
आजकल के बच्चे पबजी और वेब सीरीज के बीच 90 के दशक के रामायण और महाभारत से अछूते रह गए थे. यह लॉकडाउन उनको इन ऐतिहासिक कार्यक्रमों और किरदारों से जुड़ने का मौका दे रहा है. इसके साथ ही इस लॉकडाउन ने बहुत से लोगों को अपने बीते हुए बचपन के खेल जैसे कैरम, चैस और लूडो जैसे गेम खेलने का मौका दिया है.