रामनगरः सूबे में मॉनसून अपने चरम पर है. जिससे नदी-नाले उफान पर हैं. ऐसे में बरसात के मौसम में इन नदी-नालों के आसपास जाना खतरनाक साबित होता है, लेकिन रामनगर में कुछ बच्चे अपनी जान जोखिम में डालकर नहर में नहाते हुए नजर आ रहे हैं. बीते साल भी इसी नहर में डूबकर एक युवक की जान चली गई थी. इसके बावजूद मामले में सिंचाई विभाग और प्रशासन बेखबर बना हुआ है.
दरअसल, रामनगर के बालाजी मंदिर के पास सिंचाई नहर बहती है. इनदिनों पहाड़ों में हो रही भारी बारिश के कारण नहर का पानी मटमैला आ रहा है. साथ ही जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. इसके बावजूद कुछ बच्चे इस सिंचाई नहर में छलांग लगाते दिख रहे हैं. ऐसे में किसी हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता है. क्योंकि, पानी बहाव भी काफी तेज है. बीते साल भी एक युवक की इसी सिंचाई नहर में डूबने से मौत हो गई थी. इसके बाद भी प्रशासन आंखें मूंदे हुए है और किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.
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इस नहर के पास से ही बाईपास रोड है. जहां से ज्यादातर प्रशासन की गाड़ियां भी गुजरती है, लेकिन किसी की नजर इन बच्चों पर नहीं पड़ी है. सामाजिक कार्यकर्ता अशोक कुमार गुप्ता का कहना है कि मामले पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए. साथ ही परिजनों को भी बच्चों को नहर में नहाने से रोकना चाहिए. ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लिहाजा, स्थानीय प्रशासन को मामले को गंभीरता से लेना चाहिए.