देहरादूनः साल 2024 को अलविदा कहकर पूरी दुनिया 2025 में प्रवेश कर चुकी है. वहीं बीता साल उत्तराखंड में पर्यटन के लिए बेहद फायदेमंद रहा. पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सेवाएं दे रहे गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) ने राजस्व कमाने में अच्छा खासा आंकड़ा पार कर लिया है. जीएमवीएम प्रबंधक निदेशक के मुताबिक, साल 2024 में जीएमवीएन को 30 करोड़ रुपए का प्रॉफिट हुआ है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए गढ़वाल मंडल विकास निगम के एमडी विशाल मिश्रा ने बताया कि जीएमवीएन पैटर्न से जुड़ा एक ऐसा उपक्रम है, जिसकी प्रतिष्ठा बेहद ऐतिहासिक है. गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस उत्तराखंड में अपनी ऐतिहासिक पहचान रखते हैं. उन्होंने कहा कि निगम लगातार प्रदेश में पर्यटन के क्षेत्र में विश्वसनीय और किफायती सेवाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध करवा रहा है. उन्होंने बताया कि साल 2024 को जीएमवीएन ने 30 करोड़ के पर्यटन क्षेत्र के मुनाफे के साथ अलविदा किया है. हालांकि, फाइनेंशियल ईयर क्लोज होने तक ये आंकड़ा बदल जाएगा.
अलग-अलग इवेंट्स के लिए अलग-अलग प्रॉपर्टी: एमडी विशाल मिश्रा ने बताया कि निगम अपने गेस्ट हाउस को और अधिक वर्सेटाइल करने के लिए उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के डाटा को एनालाइज कर रहा है. एक टीम बेस्ड डेवलपमेंट पर फोकस कर रही है. उन्होंने बताया कि उनके पास अलग-अलग टारगेट कस्टमर के लिए अलग-अलग तरह की प्रॉपर्टी है.
उदाहरण के तौर पर कॉरपोरेट और इको टूरिज्म के लिए चिल गेस्ट हाउस. विंटर गेम्स और विंटर टूरिज्म के लिए औली जीएमवीएन एक बेस्ट डेस्टिनेशन है. वैलनेस के लिए गंगा रिजॉर्ट, मंदाकिनी और तिलवाड़ा बेस्ट डेस्टिनेशन है. इसी तरह से वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए भी निगम अपनी प्रॉपर्टी को रिकमेंड कर रहा है. वहीं इसके अलावा टेक्नोलॉजी को एन्हांस करके अपनी तमाम प्रक्रियाओं को अपग्रेड करके गढ़वाल मंडल विकास निगम पर्यटकों के लिए सरल और प्रभावी सुविधा देने का लगातार प्रयास कर रहा है.
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