हल्द्वानी: चीर बंधन के साथ गुरुवार से होली के रंगों की शुरुआत हो जाएगी. ज्योतिष के अनुसार भद्रा रहित मुहूर्त के साथ गुरुवार को ध्वज पूजा ने और चीर बंधन के साथ होली की रंग की शुरुआत हो जाएगी. दोपहर 1:15 बजे के बाद से सूर्यास्त तक पूजा और चीर बंधन होगा जबकि आमलिक व्रत शुक्रवार को मनाया जाएगा. एकादशी 5 मार्च से दोपहर 1:15 बजे से शुरू होकर 6 मार्च सुबह 11:50 बजे तक रहेगी.
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शास्त्रों के अनुसार आंवले के पेड़ को पुराणों में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. इस पेड़ में सभी देवी देवताओं का वास माना जाता है. जबकि, आंवले के अध्यक्ष कुशवाहा भगवान विष्णु ने उत्पन्न किया था जो पूजनीय के साथ-साथ औषधि गुण से भी भरपूर माना जाता है.
शास्त्रों के अनुसार आमली एकादशी करने से परिवार में सुख शांति के साथ साथ रोग मुक्त होता है. मनुष्य को शुद्ध भाव से इस व्रत का संकल्प लेना चाहिए उस दिन आंवला के पूजा करने के साथ-साथ आंवला खाना विशेष लाभदाई और गुणकारी माना जाता है.