देहरादून (धीरज सजवाण): उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेलों से पहले रेस वॉक रद्द हो जाने से मचे बवाल के बाद आखिरकार उत्तराखंड खेल विभाग और खेल संघ के प्रयासों से एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने नेशनल गेम्स में रेस वॉक न करवाने के फैसले को पलट दिया है. इससे उत्तराखंड के ओलंपिक और टॉप परफॉर्मेंस खिलाड़ियों ने राहत की सांस ली है.
पहले किया रद्द: एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 15 जनवरी को उत्तराखंड में होने जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में रेस वॉक इवेंट करवाने से मना कर दिया था. यह खबर उत्तराखंड के खेल विभाग, उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन और उत्तराखंड के खेल प्रेमियों के लिए बेहद निराशा की खबर थी. क्योंकि रेस वॉक नेशनल गेम का वही इवेंट है जिसमें उत्तराखंड का परफॉर्मेंस अब तक बेहतरीन रहा है.
बता दें कि हाल ही में पेरिस ओलंपिक में उत्तराखंड से केवल तीन खिलाड़ी ओलंपिक गए थे. जिसमें से दो खिलाड़ी सूरज पंवार और परमजीत रेस वॉक के खिलाड़ी थे. वहीं गोवा में पिछले साल हुए नेशनल गेम्स में सूरज पंवार ने रेस वॉक में गोल्ड मेडल जीता था. गुजरात नेशनल गेम्स में उत्तराखंड ने इसी रेस वॉक इवेंट में तीन मेडल प्राप्त किए थे.
रंग लाया उत्तराखंड खेल विभाग और खेल संघ का संघर्ष: एथलेटिक्स के रेस वॉक इवेंट के रद्द होने के बाद खेल मंत्री रेखा आर्य, उत्तराखंड खेल संघ से अध्यक्ष महेश नेगी और सचिव डीके सिंह सहित खेल विभाग के उच्च अधिकारी अमित सिन्हा, प्रशांत आर्य से लेकर पूरा स्टाफ लगातार इस संघर्ष में लगा था कि उत्तराखंड के इस बेस्ट परफॉर्मेंस गेम को किसी तरह से आयोजित करवाया जाए. इसको लेकर उत्तराखंड खेल संघ और खेल विभाग द्वारा एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया को संबंध में आग्रह किया गया. इसके बाद एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने आपसी मंथन करके रेस वॉक करवाने के लिए हरी झंडी दे दी है.
तीन देशों से बुलाने होंगे जज, वरना रिजल्ट नहीं होगा प्रमाणित: एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने उत्तराखंड ओलंपिक एसोसिएशन के सचिव डीके सिंह को पत्र लिखते हुए कहा कि नेशनल फेडरेशन कोच, लोडिंग सिस्टम और एथलीट की एक वर्ष में कई प्रतियोगिताओं में भाग लेने की क्षमता के कारण इस आयोजन को आयोजित करने के पक्ष में नहीं था. लेकिन अनुरोध किए जाने पर समिति ने पुरुषों के लिए 20 किमी रेस वॉक स्पर्धा और महिलाओं के लिए 10 किमी रेस वॉक स्पर्धा आयोजित करने का फैसला लिया है. इसके अलावा फेडरेशन ने यह भी कहा है कि वर्ल्ड एथलेटिक्स फेडरेशन से रिजल्ट सर्टिफाइड करने के लिए रेस वॉक स्पर्धा के मानकों का सख्ती से पालन करना बेहद जरूरी है.
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कहा है कि रेस वॉक मार्ग को सर्टिफाइड रूट मेजरमेंट के जरिए मापा जाए और इसके लिए तीन अलग-अलग देश से तीन रेस वॉक जजों को आमंत्रित किया जाना जरूरी है. एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर रेस में जज नहीं होते हैं तो वर्ल्ड एथलेटिक्स फेडरेशन रिजल्ट को ना तो सर्टिफाइड करेगी और ना उस पर विचार करेगी.
एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया का कहना है कि इन सभी मानकों के आधार पर ही उत्तराखंड में होने जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों में रेस वॉक पुरुष 20 किलोमीटर और महिला 10 किलोमीटर करवाने के लिए तैयार हुई है.
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