हल्द्वानी: मुखानी थाना क्षेत्र से एक बड़ी ठगी का मामला सामने आया है, जहां जालसाजों ने लोगों से स्वरोजगार के नाम पर करोड़ों रुपए हड़प लिए. जाते-जाते जालसाज किराए की दो कार और चार लैपटॉप भी साथ ले गया. फिलहाल पीड़ितों की तहरीर के आधार पर पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
जैसे ही लोगों को पता चला कि उनके साथ जालसाजी हुई है तो उनका आक्रोश फूट गया और सैकड़ों की संख्या में लोग कंपनी के कार्यालय पर पहुंचे, लेकिन वहां ताला लटका हुआ देख, उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. पूरे मामले में विनय रौतेला, भुवन बिष्ट और मनोज पांडे ने मुखानी पुलिस को तहरीर सौंपी है.
विनय ने बताया कि अरविंदनगर घोन्डा उत्तरी पूर्वी दिल्ली निवासी अंकुश गुप्ता पुत्र राकेश गुप्ता ने लालडांठ रोड संतोषी माता मंदिर के पीछे शिवालिक टावर में धनलक्ष्मी इंटरप्राइजेज के नाम से 6 माह पहले दफ्तर खोला था. उन्होंने पम्पलेट कर उसने क्षेत्र में प्रचार किया और आर्टिफिशियल ज्वेलरी, रुद्राक्ष, चंदन, तुलसी मोती और फैंसी माला बनाकर महीने में 30 हजार रुपये तक कमाने का झांसा दिया.
इस तरह करके आरोपियों ने करीब सिक्योरिटी मनी के तौर पर दो हजार लोगों से 15-15 हजार रुपए जमा कराए. आरोपियों ने लोगों के घरों से माल उठाना शुरू भी किया. अंकुश गुप्ता ने विनय की दुकान से चार लैपटॉप लिए और बदले में चेक दिया जो बाउंस हो गया.
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भुवन बिष्ट और मनोज पांडे से कंपनी के लिए कार किराए पर ली. यही नहीं अंकुश गुप्ता ने 10 से 15 लोगों का स्टाफ भी रखा था. बताया जा रहा है कि 10 सितंबर की रात अंकुश गुप्ता ने ऑफिस का सारा सामान समेटा और किराए की कार में लाद कर फरार हो गया.
अनुमान है कि आरोपी दो हजार लोगों से करीब 3 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी कर लेकर फरार हुआ है. मुखानी थानाध्यक्ष रमेश बोरा का कहना है कि मामले की जांच की शुरू कर दी गई जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.