नैनीतालः सरोवर नगरी घूमने आए युवक के साथ मारपीट मामले में राजस्व पुलिस ने वन विभाग के रेंजर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है. इससे पहले वन कर्मियों ने युवक को तस्कर समझकर जमकर धुनाई कर दी थी. साथ ही थर्ड डिग्री टॉर्चर भी किया था. वहीं, मुकदमा दर्ज होने के बाद राजस्व पुलिस आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
गौर हो कि, बीते 5 नवंबर को एक युवक धारचूला से नैनीताल घूमने आया था. जहां पर वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने युवक को संदिग्ध तस्कर समझकर जमकर पिटाई कर दी. इतना ही नहीं वन विभाग के अधिकारियों ने युवक को 2 दिन तक जंगल के रेस्ट हाउस में बंधक बनाकर भी रखा. साथ ही आरोप है कि विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने युवक को थर्ड डिग्री टॉर्चर भी किया.
ये भी पढ़ेंः परमार्थ निकेतन पहुंचे वैज्ञानिक मैथ्यू, बोले- हर स्लम प्वाइंट बनेगा सेल्फी प्वाइंट
किसी तरह युवक वन विभाग के अधिकारियों की चंगुल से बचकर अपने परिजनों के पास पहुंचा और आपबीती बताई. जिसके बाद पीड़ित युवक के परिजनों ने 8 नवंबर को आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी. इसी कड़ी में मंगलवार को राजस्व पुलिस ने वन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट, जबरन बंधक बनाने और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है.
ये भी पढ़ेंः 35 नरभक्षी को ढेर करने वाले शिकारी जॉय बोले- गुलदार को मारने के लिए बनना पड़ता है उससे भी होशियार
पीड़ित युवक ने बताया कि उसने नैनीताल के पंगूट और कुंज खड़क नामक पर्यटक स्थल के बारे में काफी सुना था. इसी वजह से वो बीते 5 नवंबर को कुंज खड़क पहुंचा था. कुंज खड़क घूमने के बाद वो वापस आ रहा था. तभी वन विभाग के अधिकारियों ने उसे संदिग्ध तस्कर बताकर हिरासत में ले लिया और उसे जबरन तस्करी की बात कबूल करने के लिए दबाव बनाया. जिस पर पीड़ित ने इंकार किया. जिसके बाद अधिकारियों ने उसकी पिटाई कर दी. वहीं, मामले पर पटवारी अमित शाह का कहना है कि मामले की जांच पूरी कर रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी.