हल्द्वानी: उत्तराखंड में मतदान के बाद अब प्रत्याशियों को मतगणना का इंतजार है. 10 मार्च को मतगणना होनी है. पुलिस-प्रशासन मतगणना के साथ ही कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर है. पुलिस विभाग ने मतगणना के लिए सुरक्षा का खाका तैयार कर लिया है. डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि मतगणना के दिन मतगणना स्थल पर भारी सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. इसके अलावा जिले में अतिरिक्त फोर्स भी लगाई जाएगी. जिससे विजय जुलूस की निगरानी की जा सके. उन्होंने बताया कि मतगणना के बाद विजय जुलूस के लिए प्रत्याशी को निर्वाचन विभाग और पुलिस प्रशासन की अनुमति लेनी पड़ेगी. तभी वह जुलूस निकाल सकेंगे.
डीआईजी कुमाऊं नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि कोविड-19 के मद्देनजर विजय जुलूस के लिए पुलिस से अनुमति लेनी होगी. उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए थ्री लेयर पुलिस फोर्स लगाई गई है. मतगणना के दिन मतदान स्थल की निगरानी सीआरपीएफ के जवान करेंगे. बिना पास के मतगणना स्थल पर कोई भी व्यक्ति नहीं पहुंच सकेगा. मतगणना के दिन शहर के चप्पे-चप्पे में पुलिस फोर्स तैनात की जाएगी. बिना अनुमति के जुलूस प्रदर्शन या हंगामा करते हुए कोई पाया जाएगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
डीआईजी ने बताया कि कुमाऊं मंडल के सभी छह जनपदों के एसपी और एसएसपी को निर्देशित किया गया है कि ईवीएम स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था में किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरती जाए. इसके अलावा वह स्वयं स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं. स्ट्रांग रूम की निगरानी पुलिस फोर्स के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे से भी की जा रही है. साथ ही प्रत्याशी कंट्रोल रूम से स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जानकारी ले सकते हैं.