हल्द्वानी: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने काठगोदाम में कृषि और उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक ली. इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जो भी जनहित के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं, उनका प्रचार प्रसार हो ताकि उन योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम छोर के व्यक्ति को भी मिले. यही सरकार का संकल्प है.
कृषि विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान कृषि और ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी (Cabinet Minister Ganesh Joshi) ने कहा कि किसानों के लिए जो भी योजनाएं चलाई जा रही हैं, उन योजनाओं को धरातल पर उतारें. ताकि किसानों को उसका लाभ मिले. यही सरकार की प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि जिले में लघु किसानों को योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक मिले, इसके लिए हमें योजनावार कार्य करना होगा.
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मंत्री जोशी ने कहा कि छोटे किसानों और काश्तकारों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ (PM Kisan Samman Nidhi) शत प्रतिशत मिले. इसके लिए इस योजना से छूटे पात्र लोगों को चिन्हित कर उन्हें भी लाभ दिलाना सुनिश्चित करें. किसानों को ऑर्गेनिक खेती (organic farming in Uttarakhand) के लिए प्रोत्साहित करना होगा. इसके लिए किसानों के बीच जाकर उन्हें ऑर्गेनिक खेती के महत्व के बारे में बताना होगा. उन्होंने कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि कृषकों से संवाद किया जाए और किसानों को उन्नत खेती की जानकारी दी जाए.
सीडीएस टॉपर हिमांशु पांडे को गणेश जोशी ने किया सम्मानितः सीडीएस की परीक्षा में देश में पहला स्थान लाने वाले हल्द्वानी निवासी हिमांशु पांडे के घर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी पहुंचे. उन्होंने हिमांशु पांडे को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की. इस दौरान उन्होंने शॉल ओढ़ाकर हिमांशु की माता दीपिका पांडे और पिता पवन पांडे को बधाई दी. गणेश जोशी ने कहा कि हिमांशु पांडे ने पूरा देश में उत्तराखंड का नाम रोशन किया है. ऑल इंडिया सीडीएस परीक्षा में प्रथम स्थान लाना हिमांशु की बड़ी उपलब्धि है. ऐसे में हिमांशु पांडे आईएमए ज्वॉइन करेंगे. जहां वो देश सेवा में अपना योगदान देंगे.
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कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सीडीएस टॉपर हिमांशु पांडे (CDS Topper Himanshu Pandey) एक छोटे से गरीब परिवार से हैं, लेकिन उपलब्धि बड़ी हासिल की है. बता दें कि हिमांशु के पिता एक निजी कंपनी में ड्राइवर हैं. जबकि माता गृहणी हैं. परिवार आर्थिक रूप से काफी कमजोर है. उसके बावजूद भी हिमांशु पांडे ने अपनी मेहनत और लगन से सीडीएस की परीक्षा पास की है, जो उत्तराखंड के लिए गौरव की बात है.