हल्द्वानी: भारत-नेपाल सीमा से सटे वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने कोरिया से एक वोट मंगाई है. गश्ती दल इस नाव में बैठकर शारदा नदी में गश्त कर वन और वन्यजीवों पर नजर रखेगा. इसकी कीमत 2 लाख रुपए के आसपास बताई जा रही है. जिसके जरिए वन विभाग के कर्मचारी शाराद नदी से वनों की सुरक्षा करेंगे. उम्मीद है कि ये वोट जल्द ही उत्तराखंड पहुंच जाएगी.
वहीं, प्रभागीय वन अधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि शारदा नदी के बीच स्थित शारदा द्वीप में लगभग 1,630 हेक्टेयर प्राकृतिक वन संपदा है. हल्द्वानी वन प्रभाग की सीमा, नेपाल तक लगी हुई है. ऐसे में वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के मद्देनजर, वन विभाग ने कोरिया निर्मित वोट मंगाई है. जिसके माध्यम से वन विभाग के कर्मचारी शारदा नदी से गश्त कर वनों और वन्यजीवों की सुरक्षा करेंगे. हालांकि अभी तक वन विभाग के कर्मचारियों को शारदा द्वीप पर गश्त करने के लिए नेपाल के कंचनपुर जिले के ब्रह्म देव गांव होकर गुजरना पड़ता था. ऐसे में वन कर्मचारियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था.
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कुंदन कुमार ने बताया कि इससे पहले शारदा जब तक पहुंचने के लिए मोटर वोट की व्यवस्था की गई थी, लेकिन नदी के तल में विशाल शिलाखंड, पत्थर और रेत अधिक होने की वजह मोटर वोट चलने में दिक्कतें सामने आ रही थी. साथ ही मोटर वोट के ब्लेड के टूटने की भी आशंका बनी रहती थी, जिसके बाद कोरिया से हवा वाली वोट मंगाई गई है. जो आवश्यकता के अनुसार उसमें हवा निकाली जा सकती है और फिर से भरी जा सकती है.
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उन्होंने आगे कहा कि उम्मीद जताई जा रही है कि ये नाव जल्द ही उत्तराखंड पहुंच जाएगी. वोट आते ही सबसे पहले गश्ती दल के कर्मचारियों को इसका प्रयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि वोट में एक बार में 8 वन कर्मी गश्त कर सकते हैं. इस नाव में गश्त करने वाले कर्मियों को लाइफ जैकेट, हेलमेट और सुरक्षा के अन्य सभी उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे कि अगर वोट में कोई दिक्कत आ जाए तो वनकर्मी अपनी जान बचा सकें.