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अच्छी खबर: 85 साल बाद कोसी के किनारे दिखे ऊदबिलाव - Beaver are seen along the Kosi river

रामनगर में कोसी नदी के किनारे 85 साल बाद ऊदबिलाव देखे गए हैं. ऊदबिलाव की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने गश्त बढ़ा दी है.

Beaver in Ramnagar
कोसी नदी किनारे दिखे ऊदबिलाव.
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Published : Jun 24, 2020, 4:28 PM IST

रामनगर: वन्यजीवों एवं पर्यावरण में दिलचस्पी रखने वालों के लिए अच्छी खबर है. वन प्रभाग रामनगर में कोसी नदी के किनारे 85 साल बाद ऊदबिलाव देखे गए हैं. इससे वन विभाग और स्थानीय लोग खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. वन विभाग के मुताबिक कोसी नदी के किनारे ऊदबिलाव देखा जाना काफी अच्छा संकेत है. इससे पहले ऊदबिलाव मोहान के चुकुम गांव के पास नदी में देखे गए थे.

कोसी नदी किनारे दिखे ऊदबिलाव.

रामनगर में साल 1935 तक बड़ी संख्या में ऊदबिलाव देखे जाते थे. इनकी घटती संख्या के कारण विभाग ने दस वर्ष के लिए तैयार होने वाली कार्य योजना में शामिल कर लिया. इसके बाद उन्हें किसी ने नहीं देखा. बाद में इसे विभागीय वन्य जीवों की सूची से हटा लिया गया था. दुर्लभ प्रजाति होने की वजह से ऊदबिलाव इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर एंड नेचुरल रिसोर्सेज की रेड लिस्ट में हैं. ऊदबिलाव का उनके फरों के लिए शिकार किया जाता रहा है. इसकी वजह से वे बड़ी तेजी से विलुप्त होते जा रहे हैं.

प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि कोसी नदी के किनारे ऊदबिलाव को लगातार स्थानीय लोगों द्वारा देखा जा रहा है. साथ ही कोसी बैराज पर तैनात सिंचाई विभाग भी ऊदबिलाव पर नजर रखे है. उनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग ने नदी में गश्त बढ़ा दी है.

ये भी पढ़ें: 'कोरोनिल' पर बाबा रामदेव से जवाब मांगेगी उत्तराखंड सरकार, इम्यूनिटी बूस्टर के नाम पर लिया था लाइसेंस

ऊदबिलाव के होते हैं इलाके

ऊदबिलाव दो से ढाई फीट लंबा और वजन 7 से 11 किलो तक होता है. खास बात यह है कि नर ऊदबिलाव बाघ की तरह अपना इलाका निर्धारित करते हैं जो कि नदी में 12 किलोमीटर तक होता है. ऊदबिलाव सामुदायिक जीवन व्यतीत करते हैं.

ऊदबिलाव एक नजर में

  • ऊदबिलाव की 13 प्रजातियां पायी जाती हैं.
  • भारत में इसकी तीन प्रजातियां यूरेसियन, स्मूदकोटेड और स्मॉल क्लोड पाई जाती हैं
  • ऊदबिलाव के घरोंदे को हॉल्ट या काऊच कहते हैं.
  • इसके बच्चे को व्हेल्प, किट या पप नाम से जाना जाता है.
  • मादा ऊदबिलाव दो साल में प्रजनन योग्य हो जाती है.
  • ऊदबिलाव का गर्भकाल 63 से 65 दिन का होता है. मादा ऊदबिलाव एक से पांच तक बच्चों को जन्म देती है.
  • दो माह का होने पर ऊदबिलाव का बच्चा तैरने लगता है.
  • ऊदबिलाव की औसत आयु 15 साल की होती है.
  • ऊदबिलाव के पैरों की अंगुलियों में जाल होता है, जो तैरने में मदद करता है.
  • ऊदबिलाव जलीय जीव है, लेकिन धूप सेंकने और प्रजनन के लिए रेतीले तट, जमीन पर भी आ जाता है.
  • ऊदबिलाव का शरीर जलरोधी होता है.
  • ऊदबिलाव का 80% फीसदी भोजन मछलियां हैं.

रामनगर: वन्यजीवों एवं पर्यावरण में दिलचस्पी रखने वालों के लिए अच्छी खबर है. वन प्रभाग रामनगर में कोसी नदी के किनारे 85 साल बाद ऊदबिलाव देखे गए हैं. इससे वन विभाग और स्थानीय लोग खासे उत्साहित नजर आ रहे हैं. वन विभाग के मुताबिक कोसी नदी के किनारे ऊदबिलाव देखा जाना काफी अच्छा संकेत है. इससे पहले ऊदबिलाव मोहान के चुकुम गांव के पास नदी में देखे गए थे.

कोसी नदी किनारे दिखे ऊदबिलाव.

रामनगर में साल 1935 तक बड़ी संख्या में ऊदबिलाव देखे जाते थे. इनकी घटती संख्या के कारण विभाग ने दस वर्ष के लिए तैयार होने वाली कार्य योजना में शामिल कर लिया. इसके बाद उन्हें किसी ने नहीं देखा. बाद में इसे विभागीय वन्य जीवों की सूची से हटा लिया गया था. दुर्लभ प्रजाति होने की वजह से ऊदबिलाव इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर एंड नेचुरल रिसोर्सेज की रेड लिस्ट में हैं. ऊदबिलाव का उनके फरों के लिए शिकार किया जाता रहा है. इसकी वजह से वे बड़ी तेजी से विलुप्त होते जा रहे हैं.

प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी ने बताया कि कोसी नदी के किनारे ऊदबिलाव को लगातार स्थानीय लोगों द्वारा देखा जा रहा है. साथ ही कोसी बैराज पर तैनात सिंचाई विभाग भी ऊदबिलाव पर नजर रखे है. उनकी सुरक्षा के लिए वन विभाग ने नदी में गश्त बढ़ा दी है.

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ऊदबिलाव के होते हैं इलाके

ऊदबिलाव दो से ढाई फीट लंबा और वजन 7 से 11 किलो तक होता है. खास बात यह है कि नर ऊदबिलाव बाघ की तरह अपना इलाका निर्धारित करते हैं जो कि नदी में 12 किलोमीटर तक होता है. ऊदबिलाव सामुदायिक जीवन व्यतीत करते हैं.

ऊदबिलाव एक नजर में

  • ऊदबिलाव की 13 प्रजातियां पायी जाती हैं.
  • भारत में इसकी तीन प्रजातियां यूरेसियन, स्मूदकोटेड और स्मॉल क्लोड पाई जाती हैं
  • ऊदबिलाव के घरोंदे को हॉल्ट या काऊच कहते हैं.
  • इसके बच्चे को व्हेल्प, किट या पप नाम से जाना जाता है.
  • मादा ऊदबिलाव दो साल में प्रजनन योग्य हो जाती है.
  • ऊदबिलाव का गर्भकाल 63 से 65 दिन का होता है. मादा ऊदबिलाव एक से पांच तक बच्चों को जन्म देती है.
  • दो माह का होने पर ऊदबिलाव का बच्चा तैरने लगता है.
  • ऊदबिलाव की औसत आयु 15 साल की होती है.
  • ऊदबिलाव के पैरों की अंगुलियों में जाल होता है, जो तैरने में मदद करता है.
  • ऊदबिलाव जलीय जीव है, लेकिन धूप सेंकने और प्रजनन के लिए रेतीले तट, जमीन पर भी आ जाता है.
  • ऊदबिलाव का शरीर जलरोधी होता है.
  • ऊदबिलाव का 80% फीसदी भोजन मछलियां हैं.
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