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प्रतिबंध के कारण पांच राइस मिल इस बार नहीं खरीद सकेंगे धान, ये है पूरा मामला - Ban on 5 rice mills haldwani news

विगत वर्ष धान खरीदने पर अनियमितता मिलने पर 5 राइस मिलों पर आरएफसी ने सरकारी धान खरीद और कुटान से रोक लगा दिया है. इस बार धान खरीद में इन मिलों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया. ऐसे में पांचों मिल अब सरकारी धान की खरीद और कुटान नहीं कर सकेंगे.

Ban on 5 rice mills haldwani news
फर्जी धान खरीदने वाले राइस मिलों पर प्रतिबंध.
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Published : Oct 24, 2020, 2:03 PM IST

हल्द्वानी: पिछले साल धान खरीदने पर अनियमितता मिलने पर 5 राइस मिलों पर आरएफसी ने सरकारी धान खरीद और कुटान से रोक लगा दिया है. ये राइस मिल अब खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के साथ काम नहीं कर पाएंगे. पिछले साल उधम सिंह नगर में 5 राइस मिलरों द्वारा धान खरीद में अनियमितताओं पाई गई थी.

बताया जा रहा है कि पिछले साल धान खरीद सीजन में इन 5 राइस मिलों ने जमकर धांधली की थी. मिलों द्वारा पोर्टल के माध्यम से धान की एक दिन में हजारों कुंतल की खरीद दिखाई थी. इन मिलों ने अपना धान खरीद लक्ष्य डेढ़ महीने में ही पूरा कर लिया था, लेकिन विभाग द्वारा मौके पर जांच की गई तो धान नहीं मिला. जिसके बाद आरएफसी ने इन पांचों मिलों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद पांचों मिल स्वामी हाईकोर्ट भी गए जहां उनको राहत नहीं मिली.

यह भी पढे़ं-UPCL से बिजली खरीदने वाली बकायदार कंपनी के खिलाफ ऊर्जा विभाग सख्त, अन्य राज्यों को लिखा पत्र

क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक अधिकारी ललित मोहन लाल ने बताया कि इस बार इन पांचों मिलों का सरकारी धान खरीद का रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया गया है. इस बार धान खरीद में इनका रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया. ऐसे में पांचों मिल अब सरकारी धान की खरीद और कुटान नहीं कर सकेंगे.

हल्द्वानी: पिछले साल धान खरीदने पर अनियमितता मिलने पर 5 राइस मिलों पर आरएफसी ने सरकारी धान खरीद और कुटान से रोक लगा दिया है. ये राइस मिल अब खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग के साथ काम नहीं कर पाएंगे. पिछले साल उधम सिंह नगर में 5 राइस मिलरों द्वारा धान खरीद में अनियमितताओं पाई गई थी.

बताया जा रहा है कि पिछले साल धान खरीद सीजन में इन 5 राइस मिलों ने जमकर धांधली की थी. मिलों द्वारा पोर्टल के माध्यम से धान की एक दिन में हजारों कुंतल की खरीद दिखाई थी. इन मिलों ने अपना धान खरीद लक्ष्य डेढ़ महीने में ही पूरा कर लिया था, लेकिन विभाग द्वारा मौके पर जांच की गई तो धान नहीं मिला. जिसके बाद आरएफसी ने इन पांचों मिलों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था. मुकदमा दर्ज होने के बाद पांचों मिल स्वामी हाईकोर्ट भी गए जहां उनको राहत नहीं मिली.

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क्षेत्रीय खाद्य नियंत्रक अधिकारी ललित मोहन लाल ने बताया कि इस बार इन पांचों मिलों का सरकारी धान खरीद का रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया गया है. इस बार धान खरीद में इनका रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया. ऐसे में पांचों मिल अब सरकारी धान की खरीद और कुटान नहीं कर सकेंगे.

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