हल्द्वानी: कुमाऊं की होली का अपना अलग ही महत्व है. पौष के पहले रविवार से शुरू होने वाली होली इन दिनों चरम पर है. जगह-जगह बैठकी होली का दौर चल रहा है. वहीं महाशिवरात्रि के बाद से जगह-जगह बैठकी होली गायन का दौर भी शुरू हो गया है. होलियार जगह-जगह जाकर होली की महफिल जमा रहे हैं. होली में अभी 15 दिन का समय बचा हुआ है, लेकिन कुमाऊं मंडल में अभी से लोगों के ऊपर होली का रंग चढ़ने लगा है.
धीरे-धीरे मौसम बदल रहा है, उसी तरह होली का रंग भी लोगों पर चढ़ने लगा है. कुमाऊं की होली करीब 3 माह पूर्व शुरू हो चुकी है. बैठकी होली में महाशिवरात्रि से आध्यात्मिक होली गायन के साथ तीसरे चरण के होली गीतों में श्रृंगार आधारित होली गीत गाए जाने लगे हैं. मुखानी जेकेपुरम स्थित हिमालय संगीत शोध समिति संस्थान द्वारा बैठकी होली का आयोजन किया जा रहा है. होलियारों की टीम देर रात तक होली के गीत पर थिरकते नजर आ रहे हैं.
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संगीतज्ञ डॉ. पंकज उप्रेती के बताया कि हिमालय संगीत शोध द्वारा बैठकी का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें शहर के जाने-माने होलियार होली गायन के माध्यम से महफिल जमा रहे हैं और होली महोत्सव का लुत्फ उठा रहे हैं.