ETV Bharat / state

पैच रिपोर्टिंग एप लांच होने के बाद भी सड़कें नहीं हो पा रही गड्ढा मुक्त, अधिकारी दे रहे ये दलील

author img

By

Published : Jul 4, 2023, 9:43 AM IST

Updated : Jul 4, 2023, 12:49 PM IST

हल्द्वानी में सड़कों का हाल पीडब्ल्यूडी विभाग के दावों के ठीक उलट देखने को मिल रहा है. मार्गों पर गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. लेकिन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पैच रिपोर्टिंग एप पर जो शिकायतें मिल रही हैं, उनका तत्काल निस्तारण किया जा रहा है.

Etv Bharat
Etv Bharat
मार्ग पर बने गड्ढों से राहगीर परेशान

हल्द्वानी: शहर में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का एप लांच होने के बाद भी हालात जस के तस हैं. राहगीरों को आए दिन परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. जबकि विभाग दावा कर रहा है कि एप पर आने वाली शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जा रहा है. लेकिन शहर की सड़कों की तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है. जिससे सवाल उठने लाजिमी है.

सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 18 मई को पैच रिपोर्टिंग एप जारी किया था. लेकिन एप जारी होने के बाद भी सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हो पा रहे हैं. फिलहाल पीडब्ल्यूडी विभाग एप में मिलने वाले अभी तक की शिकायतों का निस्तारण करने का दावा कर रहा है. लेकिन सड़कों का आलम यह है कि जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं, जो दुर्घटनाओं के कारण बन रहा है.

Haldwani
रोड पर बने जानलेवा गड्ढे
पढ़ें-हल्द्वानी: गला तर करना भी हुआ महंगा, अब इतना आएगा उपभोक्ताओं का बिल

बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाने से आए दिन हादसे हो रहे हैं. लेकिन सरकार और उसकी मशीनरी इन गड्ढों को भरने में पूरी तरह से नाकाम है. नैनीताल जिले के कई ग्रामीण और शहरी मार्ग बदहाल स्थिति में है जहां बड़े-बड़े गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. अधिशासी अभियंता हल्द्वानी अशोक कुमार ने बताया कि 18 मई को पैच रिपोर्टिंग एप लांच हुआ था. जहां एप के माध्यम से लोग गड्ढों की फोटो भेजते हैं, जिसके बाद विभाग द्वारा उस पर त्वरित कार्रवाई की जाती है.

उन्होंने बताया कि हल्द्वानी डिवीजन अंतर्गत 92 शिकायतें ऐसी सामने आई हैं जहां गड्ढे और सड़क खराब होने की फीडबैक मिली हैं. जिसमें 47 मामले नगर निगम हल्द्वानी या अन्य विभागों की है. जिसमें 36 सड़कों का पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा निस्तारण किया गया है. जबकि 47 शिकायतों को उक्त विभाग को निस्तारण के लिए पत्र लिखा गया है. जबकि 8 शिकायतों पर काम चल रहा है. बात नैनीताल जिले की करें तो एप पर नैनीताल जिले से 128 शिकायतें (फीडबैक) सामने आई हैं. जिसमें 49 मामले ऐसे हैं जो नगर निगम या एनएचआई विभाग की हैं, जबकि 67 मामले को पीडब्ल्यूडी ने निस्तारित भी किया है.
पढ़ें-डस्टबिन फ्री होगा देहरादून शहर, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन पर होगा फोकस

जिसमें 15 शिकायत ऐसी हैं, जो सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं. जिसको पुनर्निर्माण के लिए शासन को लिखा गया है.जबकि 12 ऐसे मामले हैं किसका कार्य प्रगति पर है. अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि रिपोर्टिंग एप के माध्यम से जनता से सीधे संवाद हो रहा है. जहां जनता सड़क पर होने वाले गड्ढे को मौके पर फोटो खींच एप पर अपलोड कर रहे हैं. जहां मौके का जीपीएस लोकेशन भी एप पर आ रहा है. जिसके बाद विभाग द्वारा उस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए गड्ढे भरने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एप में मिलने वाले कुछ ऐसे गड्ढे हैं, जो सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है और उस सड़क को पुनर्निर्माण के लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है.

मार्ग पर बने गड्ढों से राहगीर परेशान

हल्द्वानी: शहर में सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का एप लांच होने के बाद भी हालात जस के तस हैं. राहगीरों को आए दिन परेशानियों से जूझना पड़ रहा है. जबकि विभाग दावा कर रहा है कि एप पर आने वाली शिकायतों का तत्काल निस्तारण किया जा रहा है. लेकिन शहर की सड़कों की तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है. जिससे सवाल उठने लाजिमी है.

सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 18 मई को पैच रिपोर्टिंग एप जारी किया था. लेकिन एप जारी होने के बाद भी सड़क गड्ढा मुक्त नहीं हो पा रहे हैं. फिलहाल पीडब्ल्यूडी विभाग एप में मिलने वाले अभी तक की शिकायतों का निस्तारण करने का दावा कर रहा है. लेकिन सड़कों का आलम यह है कि जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं, जो दुर्घटनाओं के कारण बन रहा है.

Haldwani
रोड पर बने जानलेवा गड्ढे
पढ़ें-हल्द्वानी: गला तर करना भी हुआ महंगा, अब इतना आएगा उपभोक्ताओं का बिल

बरसात में इन गड्ढों में पानी भर जाने से आए दिन हादसे हो रहे हैं. लेकिन सरकार और उसकी मशीनरी इन गड्ढों को भरने में पूरी तरह से नाकाम है. नैनीताल जिले के कई ग्रामीण और शहरी मार्ग बदहाल स्थिति में है जहां बड़े-बड़े गड्ढे हादसों को दावत दे रहे हैं. अधिशासी अभियंता हल्द्वानी अशोक कुमार ने बताया कि 18 मई को पैच रिपोर्टिंग एप लांच हुआ था. जहां एप के माध्यम से लोग गड्ढों की फोटो भेजते हैं, जिसके बाद विभाग द्वारा उस पर त्वरित कार्रवाई की जाती है.

उन्होंने बताया कि हल्द्वानी डिवीजन अंतर्गत 92 शिकायतें ऐसी सामने आई हैं जहां गड्ढे और सड़क खराब होने की फीडबैक मिली हैं. जिसमें 47 मामले नगर निगम हल्द्वानी या अन्य विभागों की है. जिसमें 36 सड़कों का पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा निस्तारण किया गया है. जबकि 47 शिकायतों को उक्त विभाग को निस्तारण के लिए पत्र लिखा गया है. जबकि 8 शिकायतों पर काम चल रहा है. बात नैनीताल जिले की करें तो एप पर नैनीताल जिले से 128 शिकायतें (फीडबैक) सामने आई हैं. जिसमें 49 मामले ऐसे हैं जो नगर निगम या एनएचआई विभाग की हैं, जबकि 67 मामले को पीडब्ल्यूडी ने निस्तारित भी किया है.
पढ़ें-डस्टबिन फ्री होगा देहरादून शहर, डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन पर होगा फोकस

जिसमें 15 शिकायत ऐसी हैं, जो सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हैं. जिसको पुनर्निर्माण के लिए शासन को लिखा गया है.जबकि 12 ऐसे मामले हैं किसका कार्य प्रगति पर है. अधिशासी अभियंता अशोक कुमार ने बताया कि रिपोर्टिंग एप के माध्यम से जनता से सीधे संवाद हो रहा है. जहां जनता सड़क पर होने वाले गड्ढे को मौके पर फोटो खींच एप पर अपलोड कर रहे हैं. जहां मौके का जीपीएस लोकेशन भी एप पर आ रहा है. जिसके बाद विभाग द्वारा उस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए गड्ढे भरने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एप में मिलने वाले कुछ ऐसे गड्ढे हैं, जो सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है और उस सड़क को पुनर्निर्माण के लिए शासन को पत्र लिखा जा रहा है.

Last Updated : Jul 4, 2023, 12:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.