ETV Bharat / state

कारों की बिक्री 45% तक गिरी, विशेषज्ञों ने GST को बताया बड़ी वजह

author img

By

Published : Aug 17, 2019, 3:06 PM IST

ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार मंदी का दौर देखा जा रहा है. पिछले नौ महीनों में सबसे ज्यादा मंदी ऑटोमोबाइल सेक्टर में देखी गई है. लोग गाड़ियां नहीं खरीद रहे हैं. जिसके चलते ज्यादातर कंपनियों की गाड़ियों का उत्पादन गिर गया है.

ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार मंदी का दौर जारी.

हल्द्वानी: ऑटोमोबाइल सेक्टर में करीब एक साल से मंदी देखी जा रही है. जुलाई माह में वाहनों की बिक्री में लगातार 9वें महीने गिरावट दर्ज की गई है. कारों की बिक्री में पिछले 6 महीने में 20 से 45% की गिरावट दर्ज की गई है. डिमांड नहीं होने के चलते ऑटो सेक्टर का उत्पादन गिर गया है.

कुमाऊं की आर्थिक राजधानी हल्द्वानी के ऑटो शोरूम में लगातार वाहनों की बिक्री कम होती जा रही है. वाहन शोरूम स्वामियों का कहना है कि ऑटो सेक्टर लगातार मंदी के दौर से गुजर रहा है. ग्राहकों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है.

ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार मंदी का दौर जारी.

टाटा मोटर्स के मैनेजर गुरमीत सिंह ने बताया कि पहले हर महीने में 80 से 100 गाड़ियां बेची जाती थी, जो घटकर 40 से 50 हो गई हैं.

अर्थशास्त्री रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. बीसी उप्रेती ने बताया कि ऑटो सेक्टर के मंदी के दौर से गुजरने का मुख्य कारण है कि लोगों के पास परचेजिंग पावर की कमी है. लोगों की आय सीमित हो चुकी है. आमदनी में कोई वृद्धि नहीं हो पा रही है. ऐसे में लोगों की क्रय शक्ति में बढ़ोत्तरी नहीं हो रही है.

ये भी पढ़े: टिहरी स्कूल हादसे के बाद जागा शिक्षा विभाग, तीन स्कूलों को जारी किया नोटिस

साथ ही बताया कि डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है. साथ ही वाहनों पर भी 28% जीएसटी है. अगर सरकार जीएसटी को कम करती है. तो वाहनों के रेट में काफी कमी आएगी. जिसके चलते लोग नए वाहन खरीद सकेंगे.

साथ ही उन्होंने कहा कि अगर नए परिवर्तन के साथ नई टेक्नोलॉजी और नए मॉडल के वाहन बाजार में आएंगे तो लोग वाहन खरीदने पर विचार कर सकते हैं.

हल्द्वानी: ऑटोमोबाइल सेक्टर में करीब एक साल से मंदी देखी जा रही है. जुलाई माह में वाहनों की बिक्री में लगातार 9वें महीने गिरावट दर्ज की गई है. कारों की बिक्री में पिछले 6 महीने में 20 से 45% की गिरावट दर्ज की गई है. डिमांड नहीं होने के चलते ऑटो सेक्टर का उत्पादन गिर गया है.

कुमाऊं की आर्थिक राजधानी हल्द्वानी के ऑटो शोरूम में लगातार वाहनों की बिक्री कम होती जा रही है. वाहन शोरूम स्वामियों का कहना है कि ऑटो सेक्टर लगातार मंदी के दौर से गुजर रहा है. ग्राहकों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है.

ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार मंदी का दौर जारी.

टाटा मोटर्स के मैनेजर गुरमीत सिंह ने बताया कि पहले हर महीने में 80 से 100 गाड़ियां बेची जाती थी, जो घटकर 40 से 50 हो गई हैं.

अर्थशास्त्री रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. बीसी उप्रेती ने बताया कि ऑटो सेक्टर के मंदी के दौर से गुजरने का मुख्य कारण है कि लोगों के पास परचेजिंग पावर की कमी है. लोगों की आय सीमित हो चुकी है. आमदनी में कोई वृद्धि नहीं हो पा रही है. ऐसे में लोगों की क्रय शक्ति में बढ़ोत्तरी नहीं हो रही है.

ये भी पढ़े: टिहरी स्कूल हादसे के बाद जागा शिक्षा विभाग, तीन स्कूलों को जारी किया नोटिस

साथ ही बताया कि डीजल-पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है. साथ ही वाहनों पर भी 28% जीएसटी है. अगर सरकार जीएसटी को कम करती है. तो वाहनों के रेट में काफी कमी आएगी. जिसके चलते लोग नए वाहन खरीद सकेंगे.

साथ ही उन्होंने कहा कि अगर नए परिवर्तन के साथ नई टेक्नोलॉजी और नए मॉडल के वाहन बाजार में आएंगे तो लोग वाहन खरीदने पर विचार कर सकते हैं.

Intro:sammry- ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार मंदी का दौर देखा जा रहा है। पिछले नौ महीनों में सबसे ज्यादा मंदी ऑटोमोबाइल सेक्टर में देखा गया । लोग गाड़ी नहीं खरीद रहे हैं। कंपनियों की गाड़ियां का उत्पादन गिर गया है। ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगातार नौकरियों में कटौती की जा रही है इस सबके पीछे क्या कारण है।
आइए जानते हैं एक्सपर्ट की राय में........


Body:ऑटोमोबाइल सेक्टर में करीब 1 साल से मंदी देखी जा रही है। जुलाई में वाहनों की बिक्री में लगातार 9 वे महीने गिरावट दर्ज की गई है। कारों की बिक्री में पिछले 6 महीने में 20 से 45% की गिरावट दर्ज की गई है। डिमांड नहीं होने के चलते ऑटो सेक्टर का उत्पादन गिर गया है।
कुमाऊं की आर्थिक राजधानी हल्द्वानी के ऑटो शोरूम में लगातार वाहनों की बिक्री कम होती जा रही है ।जिसको लेकर ईटीवी भारत ऑटो सेक्टर में मंदी के कारणों की पड़ताल की है तो वाहन शोरूम स्वामियों का कहना है कि ऑटो सेक्टर लगातार मंदी के दौर से गुजर रहा है ग्राहकों की संख्या में काफी गिरावट दर्ज की गई है । टाटा मोटर्स के मैनेजर गुरमीत सिंह का कहना है कि पहले महीने में 80 से 100 गाड़ियां रोजाना बेची जाती थी जो घटकर 40 से 50 हो गई है। ऐसे में कुछ नई मॉडल की गाड़ियां जल्द आ रही हैं जिसके बाद बिक्री में इजाफा हो सकेगा।

बाइट गुरमीत सिंह मैनेजर टाटा मोटर्स हल्द्वानी

जानकार मानते हैं कि ऑटो सेक्टर मंदी के दौर से गुजर रहा है लेकिन कुछ दिनों में यह हालात ठीक हो जाएंगे।

अर्थशास्त्री रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ बीसी उप्रेती का कहना है कि ऑटो सेक्टर के मंदी का दौर से गुजरने का मुख्य कारण है कि लोगों के पास परचेसिंग पावर की कमी है, लोगों की आय सीमित हो चुकी है आमदनी में कोई वृद्धि नहीं हो पा रही है। ऐसे में लोगों की क्रय शक्ति नहीं बढ़ी है।
दूसरा सबसे बड़ा -कारण डीजल पेट्रोल की कीमतों में लगातार वृद्धि और वाहनों पर 28% जीएसटी है, अगर सरकार जीएसटी को कम करती है तो वाहनों के रेट में काफी कमी आएगी तभी लोग नए वाहन खरीद सकेंगे,
तीसरा बड़ा कारण -ऑटोमोबाइल सेक्टर को जरूरत है नए परिवर्तन के साथ नई टेक्नोलॉजी और नए मॉडल की वाहन अगर बाजार में आते हैं तो लोग खरीदने पर विचार कर सकते हैं।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि कभी भी डिमांड आदमी की कैप्सिटी के ऊपर होता है। अगर आदमी की कैपेसिटी बढ़ेगी तो स्वभाविक है डिमांड बढ़ेगी।






Conclusion:अर्थशास्त्री प्रोफेसर बी सी उप्रेती का कहना है कि ऑटो सेक्टर में उतनी मंदी नहीं है संसेक्स जरूर डाउन चल रहा है लेकिन आने वाले समय में ऑटोमोबाइल सेक्टर मंदी के दौर से उबर जाएगा।

बाइट -प्रोफेसर बी सी उप्रेती अर्थशास्त्री
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.