हल्द्वानी: शहर हो या ग्रामीण क्षेत्र हर जगह आवारा पशुओं का आतंक है. यहां तक कि आवारा पशु लोगों पर हमला भी कर रहे हैं, जिसके चलते लोग घायल होने के साथ-साथ लोगों की जान भी जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशु किसानों की खड़ी फसल को बर्बाद कर रहे हैं. बात हल्द्वानी नगर निगम की करें तो हाईकोर्ट के फटकार के बाद नगर निगम ने शहर से आवारा पशु को पकड़ने का अभियान चला रखा है. लेकिन नगर निगम इन पशुओं को गौशाला में रखने के बजाय ग्रामीण इलाकों में छोड़ रहा है, जिसके चलते ग्रामीण परेशान हैं.
कालाढूंगी तहसील क्षेत्र के बेलपड़ाव के अलावा कई ग्रामीण क्षेत्रों में इन दोनों आवारा पशुओं का आतंक बना हुआ है, जिसके चलते ग्रामीण परेशान हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि हल्द्वानी नगर निगम शहरी क्षेत्र के पशुओं को उनके ग्रामीण क्षेत्रों में छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते ग्रामीणों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.ग्रामीणों का कहना है आवारा पशु उनको फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. ग्रामीण पूरी रात जागकर अपनी खेतों की चौकीदारी कर रहे हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने नगर निगम से मांग की है कि उनके क्षेत्र में छोड़े गए पशुओं को पकड़ गौशाला में रखा जाए.ग्रामीणों का आरोप है कि कुछ लोगों ने केवल नाम के लिए गौशाला खोल रखे हैं.
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जहां नगर निगम शहरी क्षेत्र के पशुओं को लाकर गौशाला संचालकों को दे जा रहा है. लेकिन गौशाला संचालक उनको रखने के बजाय छोड़ दे रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि आवारा पशु फसलों के साथ-साथ लोगों पर भी हमला बोल रहे हैं, जिसके चलते लोग काफी परेशान हैं. पूरे मामले में जिलाधिकारी नैनीताल वंदना सिंह का कहना है कि नगर निगम द्वारा जो भी पशु पकड़े जा रहा हैं, उसको गौशाला में भेजा जा रहा है. कुछ ग्रामीणों ने शिकायत की है कि नगर निगम क्षेत्र के पशुओं को उनके क्षेत्र में छोड़ा गया है जिसको वह जांच कराएंगी और आवश्यकता पड़ी तो उन पशुओं को पड़कर गौशाला भेजा जाएगा.