हल्द्वानीः राज्य आंदोलनकारियों ने 2 अक्टूबर को धिक्कार दिवस के रूप में याद करते हुए मुख्यमंत्री का पुतला फूंका. साथ ही 1994 में हुए रामपुर तिराहा कांड के दोषियों को सजा दिलाने की मांग की. वहीं, इस मौके पर राज्य आंदोलनकारियों ने गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग भी की.
आंदोलनकारियों का कहना है कि मुजफ्फरनगर रामपुर तिराहा कांड के 25 साल हो चुके हैं. वहीं, राज्य आंदोलनकारियों की हत्या करने वाले हत्यारों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, न ही अभी तक दोषियों की सजा दी गई. ऐसे में आंदोलनकारियों ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंककर दोषियों को जल्द सजा दिलाने की मांग की है.
ये भी पढ़ेंःगांधी @150: बच्चों के बीच पहुंचे गांधी तो इस अंदाज में हुआ स्वागत, दी ये सीख
वहीं, आंदोलनकारियों का कहना था कि जिन उद्देश्यों के लिए उत्तराखंड का निर्माण हुआ था आज 25 साल बाद भी उनके सपने अधूरे हैं. गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की बात की गई थी. लेकिन आज तक इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल रखा है. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द गैरसैंण को स्थायी राजधानी नहीं बनाई जाती है. तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.