नैनीताल: बाल साहित्य पर आधारित 'हाथी लाल रंग का क्यों नहीं हो सकता' (Why Can't Elephants be Red) कहानी पर आधारित पुस्तक का विमोचन अभिनेत्री और लेखिका वाणी त्रिपाठी टिक्कू ने नैनीताल में किया. वाणी त्रिपाठी ने इस दौरान बच्चों को प्रोत्साहित करने के ढेर सारे उपाय बताए. वाणी ने कहा कि बच्चों पर कोई चीज थोपना सही नहीं है. उनकी प्रतिभा को पहचानकर उन पर काम करना चाहिए.
अभिनेत्री वाणी त्रिपाठी ने क्या कहा: इस मौके पर वाणी त्रिपाठी ने कहा कि डिजिटल का प्रभुत्व बढ़ने से साहित्य के प्रति लोगों की कम होती रुचि चिंता का विषय है. लिहाजा सभी को साहित्य की तरफ बढ़ना चाहिए और अपने बच्चों को भी साहित्य पढ़ाने पर जोर देना चाहिए. आज बच्चों समेत युवाओं का ध्यान पाश्चात्य सभ्यता की तरफ तेजी से बढ़ रहा है. लिहाजा अपने बच्चों को भारत के साहित्य और संस्कृति के साथ लोक कथाओं पर आधारित नाटकों की तरफ लाना चाहिए, जिससे बच्चे देश की संस्कृति के बारे में जान सकेंगे.
वाणी त्रिपाठी की पुस्तक का विमोचन: वाणी त्रिपाठी ने बताया कि अंग्रेजी में लिखी पुस्तक 'व्हाई कांट एलीफेंट बी रेड' की कहानी में बच्चों के मन में उत्पन्न होने वाले सवालों का उत्तर है, जो लोगों को उनके बचपन की स्मृति के साथ बालमन के कोमल विचारों की अभिव्यक्ति कराती है. साथ ही संदेश देती है कि बच्चे भी गुरु हो सकते हैं. वाणी ने कहा कि कोविड के दौरान अपनी बेटी से करीब 2 साल तक दूर रहने के दौरान उनके मन में बाल कथा लिखने का विचार आया था. इसे वह कई अन्य भाषाओं में प्रकाशित करेंगी.
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8 राज्यों में हो चुका है पुस्तक का विमोचन: इस पुस्तक का विमोचन अब तक भारत के 8 राज्यों में सफलता पूर्वक हो चुका है. जल्द ही पुस्तक का अगला विमोचन सिंगापुर में करने जा जा रही हैं. वाणी त्रिपाठी का कहना है कि कुछ बच्चे पढ़ाई में तो कमजोर होते हैं लेकिन उनमें कोई प्रतिभा ज्यादा होती है. बच्चों की ऐसी ही प्रतिभा को पहचानकर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. पुस्तक विमोचन के दौरान अंशु खन्ना, अमिताभ बघेल, सुमन बत्रा मौजूद थे.