हल्द्वानी: : कुमाऊं के एक बड़े सरकारी अस्पताल सोबन सिंह जीना अस्पताल इन दिनों डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है. चिकित्सक न होने की वजह से अस्पताल मरीजों को रेफर करने तक सीमित हो गया है. रोजाना 1500 ओपीडी करने वाले इस अस्पताल में पिछले कई महीनों से आठ डॉक्टरों के पद रिक्त हैं. डॉक्टरों की इस कमी के चलते अस्पताल की इमरजेंसी सेवा भी सुचारू रखने में काफी दिक्कत हो रही है.
दरअसल, सोबन सिंह जीना अस्पताल हल्द्वानी में वर्तमान में डॉक्टरों के 28 पद सृजित हैं. लेकिन, पिछले कई महीनों से यहां 8 डॉक्टरों के पद खाली हैं. यहां न तो न्यूरो सर्जन हैं, न फिजीशियन और न ही सर्जन. यही नहीं कार्डियोलॉजिस्ट सहित कई अन्य मुख्य डॉक्टर तो सालों से यहां तैनात ही नहीं हुए हैं. वहीं, 35 स्टाफ नर्स वाले इस अस्पताल में 28 नर्स काम कर रही हैं. डॉक्टर और अन्य स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को निजी अस्पताल की ओर रुख करना पड़ रहा है.
अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस.के. शाह का कहना है कि फिलहाल उन्हें मुख्य रूप से दो जीडीएमओ, 2 ईएमओ, सर्जन और फिजीशियन की काफी जरूरत है. इन डॉक्टरों के न होने की वजह से अस्पताल में कार्य सही से नहीं पा रहा है. उन्होंने बताया कि कई बार शासन को पत्र भी लिखा गया है. पूर्व में भी शासन से पत्राचार किया गया था लेकिन शासन द्वारा अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि अगर डॉक्टर ओपीडी देखते हैं तो इमरजेंसी सेवा के लिए कोई डॉक्टर नहीं रहता.