नैनीताल: उत्तराखंड के पहाड़ी जनपदों में जंगली जानवरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला सरोवर नगरी नैनीताल के ज्योलिकोट है. जहां चोपड़ा गांव में गुलदार ने एक 5 साल की बच्ची पर हमला बोल दिया. वहीं, चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे. जिसके बाद गुलदार बच्ची को छोड़ जंगल की तरफ भाग गया. आनन-फानन में बच्ची को लहूलुहान हालत में अस्पताल पहुंचाया गया. जहां उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.
नैनीताल के चोपड़ा गांव में जन्मदिन से ठीक पहले 5 साल की बच्ची राखी को गुलदार ने अपना निवाला बना लिया. घटना के बाद से बच्चे के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं, अब गांव में गुलदार की धमक से दहशत का माहौल है. गांव के प्रधान जीवन सिंह बताते हैं कि उनके गांव में बीते 2 माह से गुलदार की चहलकदमी दिख रही थी और उनके द्वारा वन विभाग इसकी सूचना दी लेकिन वन विभाग के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की. इसका खामियाजा आज एक मासूम बच्ची को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा है.
बच्ची की चाची बताती हैं कि कई दिन से गुलदार दिन के समय उनके आंगन में आ रहा था. उनके द्वारा इसकी सूचना वन विभाग को दे दी थी लेकिन वन विभाग ने केवल औपचारिकता करते हुए गांव के चक्कर लगाए और वापस चले गए. ऐसे में इस घटना के बाद से ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है.
घटना के बाद नैनीताल वन प्रभाग के डीएफओ बीजूलाल टीआर का कहना है कि सूचना के आधार पर वन विभाग की टीम लगातार गांव में गश्त कर रही थी और बीते दिनों भी क्षेत्र में गुलदार होने की सूचना मिली थी और वन विभाग में दो गुलदार क्षेत्र से रेस्क्यू भी किए थे. जिस गांव में पहले घटना हुई है. वहां पर पिंजरा लगा दिया गया था. जो आज घटना घटी वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
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वहीं, डॉक्टरों के मुताबिक, बच्ची काफी जख्मी हालत में अस्पताल लाई गई थी. उसके शरीर पर गुलदार के हमले से गहरे घाव हो गई थे. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. उधर, बच्ची की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.