रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 13 साल बाद पक्षियों की गणना का कार्य 16 से 18 फरवरी तक चला था. इसमें कॉर्बेट पार्क के 26 से ज्यादा स्थानों में वन्यजीव विशेषज्ञों ने पक्षी प्रजातियों को चिह्नित करने का कार्य किया. कॉर्बेट की 24 टीमों ने 3 दिन तक अलग-अलग जगहों पर पक्षियों की प्रजातियों को चिह्नित कर उनके बारे में जाना. तीन दिवसीय गणना में पक्षियों की 402 प्रजातियां पाई गई हैं.
बता दें कि, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ी तक अद्भुत जैव विविधता है. कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के अंदर 26 से ज्यादा स्थानों पर 3 दिन तक पक्षी प्रजातियों की गणना की गई थी. यह गणना क्षेत्र के पक्षी विशेषज्ञों एवं वालंटियर्स के साथ की गई. इन 3 दिनों की गणना के दौरान कुल 402 पक्षी प्रजातियों की गणना हुई. इसमें 3 हॉर्नबिल, 12 कठफोड़वा, 6-6 डव एंड किंगफिशर, 5-5 प्रवासी, गिद्ध कबूतर और बार्बी, 15 ईगल, 14 उल्लू, 8 बुलबुल, 3 बी-ईटर, 4 स्टोर्क और 1 क्रेन की प्रजातियां एवं अन्य प्रजातियां भी पाई गईं. इस चरण में प्रवासी और स्थानीय प्रवासी पक्षियों की कई प्रजातियां भी पाई गईं. पक्षी प्रजातियों की गणना दूसरे चरण में भी की जाएगी. जिससे अन्य पक्षी प्रजाति जो दूसरे मौसम में आती हैं उनको भी गणना में शामिल किया जाएगा.
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इस विषय में जानकारी देते हुए कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल कुमार ने बताया कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में 16 फरवरी से 18 फरवरी तक पक्षी प्रजातियों की गणना का कार्य किया गया था. यह पूरे साल में जो बर्ड की प्रजातियां की गिनती की जाएंगी उसका प्रथम चरण है. उसके अलावा दो और सीजन में पक्षी प्रजातियों की गणना की जाएगी. अभी इस सीजन में जिन पक्षियों की प्रजातियों की गणना की गई है और अभी तक डाटा आया है उसमें 402 प्रजातियों के पक्षी चिह्नित किए गये हैं. इसमें कई तरह के बार्बेट, उल्लू आदि समेत कई प्रजाति शामिल हैं. इसके अलावा मॉनसून और अर्ली विंटर्स में इसको फिर से रिसाइकल करके दोबारा गणना की जाएगी. पूरे साल में पता चलेगा कि कितनी प्रजातियां कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में पक्षियों की पाई जाती हैं.