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Rain Water Harvesting से भूजल होगा रिचार्ज, नैनीताल जिले में हो रहा ये काम

तमाम वैज्ञानिक पहले ही आगाह कर चुके हैं कि आने वाले समय में जल संकट से जूझना पड़ सकता है. इंसान को पीने और सिंचाई के लिए भूजल पर निर्भर रहना पड़ता है, लेकिन आज भूजल का स्तर लगातार गिर रहा है. जो भविष्य के लिए ठीक नहीं कहा जा सकता है. लिहाजा, इसे देखते नैनीताल जिले में रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर फोकस किया जा रहा है. इससे न केवल भूजल रिचार्ज होगा, बल्कि जलभराव की समस्या भी दूर होगी.

Rain Water Harvesting
रेन वाटर हार्वेस्टिंग
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Published : Mar 1, 2023, 7:37 PM IST

Updated : Mar 1, 2023, 9:15 PM IST

रेन वाटर हार्वेस्टिंग से भूजल होगा रिचार्ज.

हल्द्वानीः उत्तराखंड में इस बार भीषण गर्मी के आसार जताए जा रहे हैं. वजह ये है कि सर्दियों में पिछले सालों की मुकाबले बिलकुल भी बारिश नहीं हुई है. लिहाजा, मॉनसून सीजन में वाटर लेवल को बढ़ाने की तैयारी पर जोर दिया जा रहा है. ताकि, भूजल रिचार्ज हो सके और आने वाले समय में पानी की समस्या से न जूझना पड़े. इसी को देखते हुए नैनीताल जिले में रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है.

दरअसल, जिला योजना के तहत नैनीताल जिले में भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए करीब 57 लाख की लागत से 25 रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम स्थापित किए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है. हल्द्वानी में उन जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम बनाए जा रहे है, जहां पर जलभराव की समस्या ज्यादा है. रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम के बनने से भविष्य में भूजल के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी. साथ ही बारिश के पानी को संचय करने से पीने योग्य पानी भी मिल सकेगा.
ये भी पढ़ेंः चंदन नयाल की मुहिम से बेजुबानों की बुझ रही प्यास, 'भविष्य' भी बचा रहे 'वाटर हीरो'

हल्द्वानी विकासखंड में 16, कोटाबाग में 4 और बेतालघाट में 5 रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम बनाए जाएंगे. रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम में टैंक के 2 हिस्से किए गए हैं. सबसे पहले टैंक में बरसात का पानी संचय किया जाएगा. दूसरे टैंक में फिल्टर और बोर लगाया गया है. भूजल स्तर को बढ़ाए जाने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज बनाया जाना अति महत्वपूर्ण है. ऐसा करने से बरसाती पानी आसानी से जमीन में जा सकेगा. जिस कारण जमीन में पानी का स्तर ऊपर आएगा. इसके अलावा बरसात का पानी नालियों में जाकर दूषित भी नहीं होगा.

इस प्लान का सबसे बड़ा फायदा तो यह होगा कि हल्द्वानी शहर के कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी. साथ ही अन्य मैदानी इलाकों में वाटर लेवल सामान्य या उससे ऊपर बना रहेगा. इस प्लान का काफी फायदा हल्द्वानी, रुद्रपुर और अन्य मैदानी इलाकों में होगा. बता दें कि इस बार उत्तराखंड में सामान्य से भी काफी कम बारिश और बर्फबारी हुई है. ऐसे में पानी की किल्लत हो सकती है. ऐसे में जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा.
ये भी पढ़ेंः 25 साल से पानी को तरस रही चौरास क्षेत्र की 5 हजार की आबादी, आर-पार की लड़ाई का बनाया मन

रेन वाटर हार्वेस्टिंग से भूजल होगा रिचार्ज.

हल्द्वानीः उत्तराखंड में इस बार भीषण गर्मी के आसार जताए जा रहे हैं. वजह ये है कि सर्दियों में पिछले सालों की मुकाबले बिलकुल भी बारिश नहीं हुई है. लिहाजा, मॉनसून सीजन में वाटर लेवल को बढ़ाने की तैयारी पर जोर दिया जा रहा है. ताकि, भूजल रिचार्ज हो सके और आने वाले समय में पानी की समस्या से न जूझना पड़े. इसी को देखते हुए नैनीताल जिले में रेन वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है.

दरअसल, जिला योजना के तहत नैनीताल जिले में भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए करीब 57 लाख की लागत से 25 रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम स्थापित किए जाने की योजना पर काम किया जा रहा है. हल्द्वानी में उन जगहों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम बनाए जा रहे है, जहां पर जलभराव की समस्या ज्यादा है. रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम के बनने से भविष्य में भूजल के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलेगी. साथ ही बारिश के पानी को संचय करने से पीने योग्य पानी भी मिल सकेगा.
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हल्द्वानी विकासखंड में 16, कोटाबाग में 4 और बेतालघाट में 5 रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम बनाए जाएंगे. रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज सिस्टम में टैंक के 2 हिस्से किए गए हैं. सबसे पहले टैंक में बरसात का पानी संचय किया जाएगा. दूसरे टैंक में फिल्टर और बोर लगाया गया है. भूजल स्तर को बढ़ाए जाने के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग रिचार्ज बनाया जाना अति महत्वपूर्ण है. ऐसा करने से बरसाती पानी आसानी से जमीन में जा सकेगा. जिस कारण जमीन में पानी का स्तर ऊपर आएगा. इसके अलावा बरसात का पानी नालियों में जाकर दूषित भी नहीं होगा.

इस प्लान का सबसे बड़ा फायदा तो यह होगा कि हल्द्वानी शहर के कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी. साथ ही अन्य मैदानी इलाकों में वाटर लेवल सामान्य या उससे ऊपर बना रहेगा. इस प्लान का काफी फायदा हल्द्वानी, रुद्रपुर और अन्य मैदानी इलाकों में होगा. बता दें कि इस बार उत्तराखंड में सामान्य से भी काफी कम बारिश और बर्फबारी हुई है. ऐसे में पानी की किल्लत हो सकती है. ऐसे में जल संरक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा.
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Last Updated : Mar 1, 2023, 9:15 PM IST
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