रामनगर: केंद्र सरकार द्वारा आज से दो साल पहले गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया था. इस योजना का उदेश्य वंचित वर्गों तक स्वास्थ्य सेवा का लाभ पहुंचाना था. वहीं, इस योजना के तहत अभी तक रामनगर में 236 लोग लाभान्वित हुए हैं. हालांकि कई लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिला है.
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एक स्वास्थ्य योजना है, जिसका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों और बीपीएल कार्ड धारक को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है. इस योजना के अंतर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को ₹ 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना को लागू हुए 2 वर्ष हो चुके हैं. वहीं, रामनगर में 236 लोगों ने इस योजना का लाभ लिया.
रामनगर का संयुक्त चिकित्सालय जो पीपीपी मोड में चल रहा है वहां ईटीवी भारत ने आयुष्मान के तहत इलाज कराने पहुंचे लोगों से जाना कि उन्हें आयुष्मान कार्ड का फायदा मिला या नहीं. अपनी बच्ची का इलाज करा रही दीपा ने कहा कि हमें आयुष्मान कार्ड का पूरा लाभ मिला है. अस्पताल पहुंची फरीदा ने भी कहा कि मुझे आयुष्मान कार्ड का इस अस्पताल में पूरा लाभ मिला है. वहीं, अपनी मां का इलाज करा रहे, अल्मोड़ा जिले के युवक ने कहा कि हमें इसका पूरे तरीके से फायदा मिला है.
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वहीं, कोटाबाग के पूरन सनवाल ने कहा कि अस्पताल में आयुष्मान कार्ड का कोई लाभ उन्हें नहीं मिला. केवल 20 से 30 रुपए की ही छूट दी जा रही है. अल्ट्रासाउंड और बड़ी जांचों का शुल्क लिया जा रहा है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर इस स्वास्थ्य कार्ड का क्या फायदा, जब इससे स्वास्थ्य लाभ में मदद नहीं मिल रही है.
रामनगर संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. पद्मभूषण पंत ने कहा कि हमारा मकसद है कि आयुष्मान कार्ड से ज्यादा से ज्यादा लोग लाभांवित हों, जिससे हर गरीब तक इसका लाभ पहुंचे. साथ ही उन्होंने कहा कि 2 सालों में आयुष्मान कार्ड से 236 मरीज लाभ ले चुके हैं. वहीं, जब से यह अस्पताल पीपीपी मोड पर गया है तब से 64 लोग इसका लाभ ले चुके हैं.