हल्द्वानी: कुमाऊं मंडल की तीन नदियों से होने वाले खनन से इस बार प्रदेश सरकार को 213 करोड़ का राजस्व मिला है. इससे प्रदेश सरकार का खजाना भर गया है. अभी 31 मई तक इन नदियों से खनन होना है. अभी भी इन नदियों से होने वाले खनन निकासी का लक्ष्य बाकी है. विभाग का दावा है कि 31 मई तक नदियों से होने वाले खनन लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा.
क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम केएन भारती ने बताया कि कुमाऊं मंडल की गौला, शारदा और नंधौर नदी से खनन निकासी का कार्य किया जाता है. तीनों नदियों से इस वित्तीय वर्ष में 47.73 लाख घन मीटर खनन निर्धारित लक्ष्य रखा गया है. जिसके सापेक्ष में अभी तक 43.21 लाख घन मीटर अभी तक खनन निकासी हो चुकी है. जिसके सापेक्ष में 212 करोड़ 78 लाख रुपए की राजस्व की प्राप्ति हुई है. इस वित्तीय वर्ष में सरकार द्वारा शारदा नदी से खनन निकासी के लिए 2.65 लाख घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा था. अभी तक 2.12 घन मीटर खनन की निकासी हुई है. जिससे 9 करोड़ 27 लाख रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई है.
नंधौर नदी से 7.02 लाख घन मीटर खनन निकासी का लक्ष्य रखा गया है. जिसके सापेक्ष में 6.84 घन मीटर खनन निकासी हुई है. जिससे 30 करोड़ 26 लाख राजस्व की प्राप्ति हुई है. सबसे ज्यादा खनन राजस्व की प्राप्ति गौला नदी से हुई है. जहां इस वित्तीय वर्ष में 38.24 लाख घन मीटर खनन निकासी के लक्ष्य के सापेक्ष में 34.25 लाख घन मीटर खनन निकासी हुई है. जिससे सरकार को 173 करोड़ 24 लाख रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई है.
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क्षेत्रीय प्रबंधक वन विकास निगम केएन भारती का कहना है कि 31 मई तक नदी से खनन कार्य होना है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार द्वारा दिए गए निर्धारित लक्ष्य को जल्द पूरा कर लिया जाएगा. जिससे सरकार को और राजस्व की प्राप्ति हो सकेगी. कुछ स्टोन क्रशर उप खनिज नहीं खरीद रहे हैं. जिससे खनन निकासी का काम धीमा चल रहा है. उम्मीद है कि समय रहते लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा.