रामनगर: कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से लगते ढेला गांव में 14 फीट लंबा किंग कोबरा निकलने से हड़कंप मच गया. डर के मारे ग्रामीणों की सांसें अटक गईं. ढेला गांव में किंग कोबरा की सूचना मिलते ही सर्प विशेषज्ञ और सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष चंद सेन कश्यप अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे.
चंद सेन कश्यप ने मौके पर पहुंचकर किंग कोबरा को रेस्क्यू किया. इसके बाद उन्होंने किंग कोबरा को सुरक्षित जंगलों में छोड़ दिया. चंद सेन कश्यप ने बताया कि छह महीने पहले भी उन्होंने 14 फीट लंबे किंग कोबरा का रेस्क्यू किया था. बरसात के दिनों में बिलों के अंदर पानी भर जाता है. ऐसे में सांप बिलों से निकलकर सुरक्षित जगहों की तलाश में रिहायशी इलाकों की तरफ आ जाते हैं.
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सबसे लंबा विषैला सांप किंग कोबरा: नागराज (King cobra/Ophiophagus hannah) दुनिया का सबसे लंबा विषैला सांप है. इसकी लम्बाई 5.6 मीटर (20 फीट) तक होती है. सांपों की यह प्रजाति दक्षिणपूर्व एशिया और भारत के कुछ भागों में ही देखने को मिलती है. कोबरा एशिया के सबसे खतरनाक सांपों में से एक है.
अन्य सांपों की तुलना में कोबरा शायद ही कभी कीट पतंगों या छिपकलियों का शिकार करता है. यह अपनी ही प्रजाति के सांपों का शिकार कर सकता है. कहा जाता है कि इसके काटने से लकवा उत्प्रेरक न्यूरोटॉक्सिन की जबरदस्त मात्रा उत्पन्न होती है. इसका जहर इतना जानलेवा होता है कि इसके काटने से हाथी की भी मौत हो सकती है.
मार्च महीने में भी दिखा था 14 फीट लंबा किंग कोबरा: इससे पहले मार्च महीने में भी रामनगर के सांवल्दे क्षेत्र में एक खेत में विशाल 14 फीट लंबा किंग कोबरा निकला था. उसे भी सेव द स्नेक एंड वेलफेयर सोसाइटी के सदस्यों ने कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया था. गौर हो कि रामनगर के कुछ इलाकों में किंग कोबरा भारी संख्या में पाए जाते हैं. मॉनसून के दौरान इनका बाहर निकलना शुरू हो जाता है.
नैनीताल जिले में सबसे अधिक किंग कोबरा: उत्तराखंड वन विभाग की एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि नैनीताल जिले में सबसे अधिक किंग कोबरा देखे जा रहे हैं. रिपोर्ट में दावा है कि उत्तराखंड में पिछले 5 साल में 62 फीसदी से अधिक बार नैनीताल में सबसे ज्यादा बार किंग कोबरा देखे गए हैं. वर्ष 2015 से जुलाई 2020 के बीच पूरे प्रदेश में 132 बार किंग कोबरा देखा गया. इनमें से 83 बार केवल नैनीताल में ही देखा गया है. उत्तराखंड में पहली बार साल 2006 में नैनीताल जिले की भवाली वन रेंज में किंग कोबरा देखा गया था.
किंग कोबरा देश के उत्तर-पूर्वी राज्य, पूर्वी और पश्चिमी घाट, सुंदरबन और अंडमान जैसे रेन-फॉरेस्ट एरिया में किंग कोबरा बड़ी संख्या में पाए जाते हैं. हाल के कुछ वर्षों में उत्तराखंड के कुछ जिलों (विशेष रूप से नैनीताल) में किंग कोबरा की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि नैनीताल का वन्य क्षेत्र, भौगोलिक स्थिति और यहां होने वाली बारिश यहां किंग कोबरा के लिए एक अनुकूल जगह तैयार करती है.