रुड़की: खानपुर विधानसभा स्थित चमन लाल महाविद्यालय में सात दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें वर्तमान में स्कूल कॉलेजों में दी जा रही शिक्षा पर वक्ताओं द्वारा अपने विचार रखे जा रहे हैं.
शुक्रवार को इस कार्यशाला में वक्ताओं ने कहा कि आज के दौर में हम शिक्षा को काफी महत्वपूर्ण मान रहे हैं, लेकिन आज भी छात्र छात्राएं परीक्षा में फेल हो जाने के बाद आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो रहे हैं. इसके पीछे के कारणों को जानना और इन घटनाओं को रोकने के लिए मंथन करना होगा.
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इस मौके पर वरिष्ठ वक्ता डॉ. अनीता मोरल ने कहा कि आज के विद्यालय बाजार का बड़ा हिस्सा बन गए हैं . ऐसे में शिक्षण संस्थाएं महज धन उगाही तक ही सीमित रह गई हैं. शिक्षा का पूर्ण रूप से बाजारीकरण कर छात्रा-छात्राओं के लिए घातक सिद्ध हो रहा है.
डॉ. मोरल मे कहा कि समाज में गुरू का स्थान सर्वोपरि माना गया है. लेकिन आज जो गुरु और शिष्य के बीच में खाई पैदा हो गई है, यह समाज को अंधकार की ओर धकेल रही है. उन्होंने कहा कि हमें गुरु और शिष्य के रिश्ते को मजबूत करना होगा तभी हम अच्छी शिक्षा और अच्छे समाज का निर्माण कर सकते हैं.