रुड़की: झबरेड़ा थाना पुलिस ने मानव तस्करी और पाक्सो के मामले में एक साल से फरार चल रही 10 हजार की इनामी महिला को गिरफ्तार किया है. दरअसल, महिला अपना नाम बदलकर सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम कर रही थी. पकड़ी गई महिला उप्र के होमगार्ड की पत्नी है. इस मामले में महिला का पति पहले ही पकड़ा जा चुका है.
बता दें, साल 2021 में झबरेड़ा क्षेत्र निवासी एक किशोरी को तीन युवक बहला फुसालकर अपने साथ ले गए थे, जिसके बाद किशोरी को दिल्ली रेलवे स्टेशन पर छोड़कर आरोपी फरार हो गए थे. इसी दौरान किसी काम से दिल्ली आई सुमन निवासी सिखेड़ा जनपद मुजफ्फरनगर उप्र को किशोरी रेलवे स्टेशन पर लावारिस हालत में घूमते हुए मिली थी, जिसके बाद महिला उसे अपने साथ घर लेकर आ गई.
महिला सुमन का पति होमगार्ड में तैनात है. आरोपी सुमन और उसके पति नरेश ने किशोरी को अपने एक परिचित को बेचकर उसकी शादी करा दी थी. इसी बीच झबरेड़ा पुलिस ने किशोरी को बरामद करते हुए होमगार्ड नरेश और उसे घर से बहला फुसलाकर ले जाने वाले युवकों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में सुमन फरार चल रही थी. पुलिस ने सुमन पर ₹10 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था.
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इस मामले की जांच कर रहे झबरेड़ा थाना प्रभारी संजीव थपलियाल को सूचना मिली कि सुमन रावल महदूद थाना सिडकुल में नाम बदलकर रह रही है. आरोपी महिला एक फैक्ट्री में अपनी पहचान छिपाकर काम कर रही है. सूचना पर पुलिस ने शनिवार को सुमन को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, पुलिस ने आरोपी महिला को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है.