हरिद्वार: मॉनसून सीजन में पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है. जिसको देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. हरिद्वार जिले में लगभग 96 गांवों को बाढ़ की दृष्टि से संवेदनशील घोषित किया गया है. वहीं, शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों में वाटर पंप, जरनेटर सेट लगाए गए हैं. ताकि समय रहते पानी की निकासी की जा सके.
जिलाधिकारी सी रविशंकर ने बताया कि हरिद्वार जिले के 96 गांव को चिन्हित किया गया है. जहां गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. ऐसे इलाकों में बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है. साथ ही बाढ़ की स्थिति में ग्रामीणों को बाढ़ से बचाने के लिए समुदायिक भवनों और स्कूलों में शरण दी जाएगी. जल स्तर बढ़ने पर सायरन द्वारा ग्रामीणों को सचेत किया जाएगा. उन्होंने बताया मॉनसून सीजन के लिए शहरी इलाकों में जगह-जगह वाटर पंप, जनरेटर के साथ लगाए गए हैं. पानी भरने पर जल्द पानी की निकासी कर जन जीवन को सामान्य बनाने का प्रयास किया जाएगा.
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जिलाधिकारी ने बताया कि हर क्षेत्र का एक नोडल अधिकारी बनाया गया है. जो 24 घंटे मॉनसून सीजन में निगरानी रखेंगे. साथ ही टोल फ्री नंबर भी दिया गया है अगर कोई घटना होती है तो तत्काल आधे घंटे के अंदर नोडल अधिकारी वहां पहुंच जाएंगे.