हरिद्वारः विश्वनाथ जगदीशिला की 24वीं डोली यात्रा पहाड़ों से उतरकर आज धर्मनगरी हरिद्वार पहुंची है. जहां डोली ने हरकी पैड़ी के ब्रह्मकुंड में गंगा स्नान किया. इस दौरान जगदीशिला डोली की विधिवत पूजा अर्चना कर विश्व शांति, देव संस्कृति की रक्षा और संस्कृत भाषा के उन्नयन की कामना की गई. इससे पहले ढोल दमाऊं और नगाड़ों की थाप पर सैकड़ों श्रद्धालुओं के साथ उत्तराखंड के पूर्व मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी की अगुवाई में बाबा की डोली हर की पैड़ी पहुंची. जहां डोली का भव्य स्वागत किया गया.
बता दें कि आज हरिद्वार से शुरू हुई जगदीशिला डोली कुमाऊं और गढ़वाल के विभिन्न मंदिरों के साथ चारधाम यात्रा कर आगामी 30 मई को गंगा दशहरा के दिन विशौन पर्वत टिहरी पहुंच कर संपन्न होगी. विश्वनाथ जगदीशिला डोली यात्रा के संयोजक पूर्व कैबिनेट मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी का कहना है कि डोली यात्रा हर साल आयोजित होती है. विश्व शांति की कामना, देश संस्कृति की रक्षा के लिए और चारधाम के साथ एक हजार धाम उत्तराखंड में स्थापित हो. इसके अलावा संस्कृत भाषा का उन्नयन हो इसको लेकर यह यात्रा निकली है.
ये भी पढ़ेंः बदरीनाथ आरती के रचयिता के पैतृक घर पहुंचे त्रिवेंद्र रावत, परिजनों से की मुलाकात
उन्होंने बताया कि डोली भ्रमण का कार्यक्रम 30 दिनों का है. इस दौरान डोली साढ़े 10 हजार किलोमीटर की दूरी तय उत्तराखंड के 165 देवालयों में जाएगी. आगामी 30 मई को गंगा दशहरा के दिन डोली विशौन पर्वत पर पहुंचेगी. जहां जगदीशिला डोली लोगों को आशीर्वाद देगी. वहीं, निरंजनी अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि महाराज का कहना है कि आज डोली यात्रा को 24 साल पूरे हो चुके हैं. पूरे देश विदेश की शांति समृद्धि के लिए होने वाली यह यात्रा अगले साल 25 साल पूरे हो जाएंगे. ऐसे में अगले साल 25वीं जगदीशिला डोली यात्रा को भव्य रूप से आयोजित किया जाएगा.