झज्जर/हरिद्वार: हरियाणा के बहादुरगढ़ में दम घुटने से 3 लोगों की मौत का मामला सामने आया है. तीनों ने ठंड से बचने के लिए कमरे की सभी खिड़कियां बंद कर रखी थी और अंदर लकड़ियां जलाकर आराम कर रहे थे. सुबह के समय जब तीनों कमरे से बाहर नहीं आए तो ठेकेदार ने आकर देखा कि वो दम तोड़ चुके (3 people died due to suffocation in Bahadurgarh) हैं. सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू की गई.
बहादुरगढ़ के सेक्टर-6 थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि मृतकों की पहचान मुनेश, कल्लू और सैफिजुल मेहेना के रूप में हुई है. मुनेश और कल्लू उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के मुंडाखेरा गांव के रहने वाले (Uttarakhand people died in Haryana) थे. वहीं सैफिजुल मेहेना पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले का रहने वाला था.
ये सभी बहादुरगढ़ की एचएसआईआईडीसी सेक्टर-16 स्थित योकोहामा टायर फैक्ट्री में काम करते थे और कसार गांव में किराए में कमरे में रह रहे थे. इसी कमरे में शाम के समय काम खत्म करने के बाद तीनों आराम कर रहे थे. कमरे में ही ठंड से बचने के लिए लकड़ियां जलाई गई थी. सुबह तीनों के शव कमरे से बरामद हुए हैं.
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थाना प्रभारी सुनील कुमार का कहना है कि प्रारंभिक जांच में मामला दम घुटने से मौत का लग रहा है, लेकिन पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी हुई है. इतना ही नहीं फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर जांच के लिए बुलाया गया है. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बहादुरगढ़ सिविल अस्पताल भिजवाया गया है. साथ ही मृतकों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है.